Wednesday 13 September 2017

कविता. १६५५ हर बार जाने क्यों।

                                                     हर बार जाने क्यों।
हर बार जाने क्यों नजरों कि कशिश अक्सर नजारे भुला देती है मासूमसी भोली अदाएं जीत कि गुंज कि आवाज बुलाती है भोली मुस्कान मन कि बदले कि भूक मिटाती है हर चीज से ज्यादा मन को अलग प्यास दिलाती है जो जीवन मे हर मोड को अलग किनारों कि समझ दिलाती है हर खुशी का मकसद बदलकर आगे जाती है जो जीवन मे हर मोड को बस मुस्कान कि जरुरत दिलाती है।
हर बार जाने क्यों एहसासों कि लहर अक्सर किनारे भुला देती है सागर के संग लहरों कि कहानी हर पल को मकसद बदलती है जो जीवन मे हर खुशी कि तलाश बदलती है जीवन को लहरों मे कुदना सिखाती है जो जीवन मे हर मौके को अलग एहसासों कि दास्तान दिलाती है हर बार मासूमियत कि पहचान दुनिया बदल जाती है जो जीवन मे हर बार जीने का सही ढंग दिलाती है।
हर बार जाने क्यों खयालों कि ताकत अक्सर किसी चेहरे को देखकर हार का डर भुला देती है जो जीवन मे हर मोड को अलग अदाओं कि दुनिया देती है जो जीवन मे हर कोशिश को खास बना देती है जो जीवन मे हर मोड को अलग आवाजों कि दिशाओं कि पहचान जीवन मे लाती है जो जीवन मे हर किस्से को अलग पुकारों कि तलाश देती है जो जीवन मे हर मौके को सही राह के खातिर छोडने कि हिंमत दिलाती है।
हर बार जाने क्यों किनारों कि समझ अक्सर किसी एहसास को परखकर किनारा भुला देती है जो जीवन मे हर पल को अलग पुकार कि आवाज देती है जो जीवन मे वह राह दिलाती है जो जीवन मे हर मौके को अलग पुकार कि आवाज देती है जो जीवन मे हर आवाज को अलग पुकार कि पहचान देती है जो जीवन मे हर मौके को अलग दिशाओं कि पहचान देती है जो जीवन मे हर मोड को आवाज दिलाती है।
हर बार जाने क्यों राहों कि परख किसी एहसास से बदलाव देकर रुकना भुला देती है जो जीवन मे हर मौके को अलग दिशाओं कि पहचान देती है जो जीवन मे वह मोड दिलाती है जो जीवन मे हर जज्बात को बदलाव देकर अलग मुस्कान दिलाती है जो जीवन मे हर पल को अलग किस्सों कि पहचान देती है जो जीवन मे हर राह को अलग आवाजों कि पुकार देती है जो जीवन मे हर राह को आस दिलाती है।
हर बार जाने क्यों उजालों कि तलाश किसी जज्बात से समझ को एहसास भुला देती है जो जीवन मे हर बार किसी पल को पाकर खोयी चीजों का दर्द भुला देती है जो जीवन मे वह एहसास दिलाती है जो जीवन मे हर कदम को रोशनी कि उम्मीद उजालों कि तलाश देती है जो जीवन मे हर मौके को अलग लब्जों कि प्यास देती है जो जीवन मे हर मौके को अलग कदमों कि आवाज देती है जो जीवन मे हर मोड को सुबह दिलाती है।
हर बार जाने क्यों आशाओं कि दास्तान किसी किनारे से उस पल का एहसास भुला देती है जो जीवन मे हर किस्से को अलग राहों कि प्यास देती है जो जीवन मे हर किस्से को अलग खयालों कि सौगात देती है जो जीवन मे हर किस्से को अलग कदमों कि राहे देती है जो जीवन मे हर चीज से ज्यादा किसी मुस्कान को अहम बना देती है जो जीवन मे हर उजाले को अलग उम्मीदों कि प्यास देती है जो जीवन मे हर किस्से को कदम दिलाती है।
हर बार जाने क्यों अदाओं कि दास्तान किसी जज्बात से आगे बढने कि उम्मीद देती है नामुमकिन का एहसास भुला देती है जो जीवन मे हर मोड को अलग खयालों कि सौगात इरादे देती है जो जीवन मे अलग आवाजों कि दिशाएँ देती है जो जीवन मे हर मोड को अलग खयालों कि सौगात देती है जो जीवन मे हर चीज को करने कि कोशिश कि नयी राह देती है जो जीवन मे हर एहसास को ख्वाबों कि तकदीर दिलाती है।
हर बार जाने क्यों इरादों कि तलाश किसी एहसास को दिशाओं कि उम्मीद भुला देती है जो जीवन मे हर किस्से को अलग कदमों कि ताकत उजाले देती है जो जीवन मे हर किस्से को अलग धाराओं के खयाल देती है जो जीवन मे हर मोड को अलग आवाजों कि दिशाएँ देती है जो जीवन मे हर राह को अलग इशारों कि प्यास देती है जो जीवन मे हर सुबह कि आशाएँ देती है जो जीवन मे हर मोड को ख्वाब दिलाती है।
हर बार जाने क्यों कदमों कि पहचान किसी जज्बात का दर्द भुला देती है जो जीवन मे हर मौके को अलग किनारों कि पहचान देती है जो जीवन मे हर पल को अलग किनारों कि आस देती है जो जीवन मे हर शुरुआत को सुबह कि किरण देती है जो जीवन मे हर खयालों को अलग राहों कि तलाश देती है जो जीवन मे हर मोड को अलग आवाजों कि पहचान देती है जो जीवन मे हर बार उन कदमों का इन्तजार दिलाती है।

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