Tuesday 2 May 2017

कविता. १३८७. हर लहर के साथ कोई।

                                              हर लहर के साथ कोई।
हर लहर के साथ कोई आवाज सुनाई पडती है जो जीवन मे कई किनारों कि समझ हर मौके को एहसास कि पुकार देकर रहती है हर आवाज को अलग किनारों को एहसास कि धाराएं बदलने कि उम्मीदे हर बार लहरे देती है।
हर लहर के साथ कोई कहानी सुनाई पडती है जो जीवन मे कई राहों कि पहचान हर लम्हे को इशारों के संग देकर रहती है हर आवाज को एहसासों को अलग पुकार देती है वह हर लहर को समझकर हर मौके को देती है।
हर लहर के साथ कोई पुकार सुनाई पडती है जो जीवन मे कई इरादों कि पुकार हर राहों को परख के संग उजाले देकर रहती है हर कुदरत के एहसास को अलग बदलाव देती है वह हर आवाज को पहचान हर पुकार को मकसद देती है।
हर लहर के साथ कोई उम्मीद सुनाई पडती है जो जीवन मे कई दास्तानों कि सुबह हर किनारे के संग हवाओं मे देकर रहती है हर पुकार के आवाज को अलग सुबह देती है वह हर एहसास को मकसद हर सोच को मतलब देती है।
हर लहर के साथ कोई कहानी सुनाई पडती है जो जीवन मे कई किनारों कि आवाज हर इरादे के संग अंदाजों मे उम्मीदे देकर रहती है हर उम्मीद को अलग बदलाव रोशनी हर मौके पर देती है वह हर मोड को परख देती है।
हर लहर के साथ कोई इशारों मे हर बार सुनाई पडती है जो जीवन मे कई किनारों कि समझ हर मौके के संग एहसासों मे उजाले देकर रहती है हर इरादे को अलग सुबह बदलाव हर रोशनी पर देती है वह हर नजारे को परख देती है।
हर लहर के साथ कोई उम्मीद सुनाई पडती है जो जीवन मे कई आवाजों कि पुकार हर मोड के संग नजारा हर बार देकर रहती है हर मौसम को अलग पुकार कि ताकत हर मौके को एहसासों​ देती है वह हर शीतलता को परख देती है।
हर लहर के साथ कोई कहानी सुनाई पडती है जो जीवन मे कई रंगों कि पहचान हर पानी कि धारा हर बार कुदरत देकर रहती है हर एहसास को अलग दिशाओं कि रोशनी हर उजाले को पुकार देती है वह हर मौके के अलग बदलाव कि धारा को परख देती है।
हर लहर के साथ कोई उम्मीद सुनाई पडती है जो जीवन मे कई उजालों कि समझ हर शीतलता के एहसास को जज्बात देकर रहती है हर आवाजों कि पहचान हर मौके को कई रंगों कि समझ हर पल मे अंदाज को परख देती है।
हर लहर के साथ कोई सुबह सुनाई पडती है जो जीवन मे कई तूफानों कि ताकत को हर मौके पर दिखाकर उम्मीदे देकर रहती है हर बार जीवन मे पानी कि समझ हर मौके को लडने कि हिंमत हर बार जीवन को परख देती है।

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