Saturday 27 May 2017

कविता. १४३६. हर बात कोई ना जाने क्यूँ।

                                                     हर बात कोई ना जाने क्यूँ।
हर बात कोई ना जाने क्यूँ जीवन मे कई रंगों कि कोमलता लाती है वह कहती है कुछ जीवन को जो मन कि साँसे कहना चाहती है हर बार किनारों को अलग पहचान कि धाराओं को मतलब दिलाती है जो जीवन मे हर छुपी सोच को राह दिखाती है वह हर मौके को अलग रंगों कि राह बताती है उम्मीद देकर जाती है ।
हर बात कोई ना जाने क्यूँ जीवन मे कई किस्सों कि परख लाती है वह लहरों कि पहचान को अलग मतलब के साथ कहती है हर बार रोशनी कि आहट कई तरह के इशारों कि जरुरत को मकसद दिलाती है जो जीवन मे हर किस्से को एहसास दिखाती है वह हर मोड को अलग इशारों के संग उजाले देकर जाती है।
हर बात कोई ना जाने क्यूँ जीवन मे कई राहों पर अलग एहसास लाती है वह खयालों कि आवाज को अलग किनारे कि प्यास समझाती है हर बार किसी नजर का उजाला जाने क्यूँ मन को हर तूफान से लढने कि तसल्ली हर बार किनारों से आशाएं कुछ ऐसी दिखाता है मन हर मौके को समझना चाहता है जो तसल्ली देकर जाती है।
हर बात कोई ना जाने क्यूँ जीवन मे कई दिशाओं पर अलग दुनिया लाती है वह कहानियों कि दास्तान पर कई किरदार देकर चलता है कोई किस्सों कि कहानियों मे अलग सुबह के रंग दिलाती है जो जीवन मे कई अंदाजों को अलग सुबह कि रोशनी हर किस्से मे देकर आगे चलती है जो जीवन मे हर कदम को अलग रोशनी देकर जाती है।
हर बात कोई ना जाने क्यूँ जीवन मे कई एहसासों पर किसी नजर का एहसास हर मौके पर लाती है वह हर नजर को दुनिया कि वह ताकत नही होती है जो उस नजर मे हर बार महसूस होती है कोई नजर दुनिया को खास होती है जो जीवन मे कई ताकतों कि बजह हर पल को देकर चलती है जो जीवन मे हर मोड को अलग पुकार देकर जाती है।
हर बात कोई ना जाने क्यूँ जीवन मे कई आवाजों पर किसी प्यास का एहसास हर लम्हों पर लाती है कोई मकसद कि ताकत हर इशारे को समझकर उस एक किनारे पर छुप जाती है जो जीवन मे कई किनारों को अलग सहारा दिलाती है जो जीवन मे कई आवाजों कि रोशनी को परख देकर चलती है जो जीवन मे हर किस्से को अलग उजाला देकर जाती है।
हर बात कोई ना जाने क्यूँ जीवन मे कई कदमों पर किसी एहसास कि आशाएं हर पल जिन्दा रहती है जो जीवन मे हर मौके मे एहसासों को अलग मतलब देती जाती है वह हर इशारे को समझकर नजरों कि ताकत हर किनारे के संग अक्सर आशाओं कि शुरुआत दिलाती है जो जीवन मे कई सपनों को सच करने कि जरुरत देकर जाती है।
हर बात कोई ना जाने क्यूँ जीवन मे कई इशारों पर किसी सपने को रखने कि चाहत जीवन को अलग परख हर मौके के संग अलगसा विश्वास देती जाती है वह हर नजर के साथ उम्मीद के तरानों कि महफिल हर बार देती जाती है जो जीवन मे कई इशारों को अलग पहचान दिलाती है जो जीवन मे कई रंगों को मतलब देकर जाती है।
हर बात कोई ना जाने क्यूँ जीवन मे कई अंदाजों पर किसी परख को समझने कि उम्मीद जीवन को अलग आशाओं के संग अलगसा विश्वास देती जाती है वह हर नजर के साथ उन एहसासों को बताती है जिन्हे परख लेने कि समझ अलग सुबह देती जाती है जो जीवन मे कई आवाजों को मकसद दिलाती है जो जीवन मे कई अंदाजों को उजाला देकर जाती है।
हर बात जीवन कोई ना जाने क्यूँ जीवन मे कई इशारों पर किसी आवाज को पहचान के संग समझ लेने कि जरुरत जीवन को हर मौका देती जाती है जो जीवन मे कई अंदाज से परख को एहसास कि सुबह देती जाती है वह  कई रंगों कि कहानी को अलग किनारे हर पल के साथ अलग उम्मीदों कि पहचान को उजाले हर पल देकर जाती है।

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