Wednesday 10 May 2017

कविता. १४०२. हर कदम को कई किनारों मे।

                                         हर कदम को कई किनारों मे।
हर कदम को कई किनारों मे जीवन को आवाज सुनाने कि जरुरत हर इशारे को एहसास दिलाती है जो कदमों को नजारों कि आवाज सुनाती है जो जीवन मे कई इशारों को नयी रोशनी से तंतंअक्सर उजाला मिलता है।
हर कदम को कई किनारों मे जीवन को कुछ अलग आशाओं कि रोशनी हर पल मिलती है जो जीवन मे हर मौके से अलग उजाला हर बार दिखाती है वह हर इशारे को नयी रंगों कि समझ हर मौके पर दिखाती है जिससे किनारा मिलता है।
हर कदम को कई किनारों मे जीवन को पहचान लेने कि जरुरत हर मोड मिलती है जो जीवन मे हर इशारे से अलग आवाज हर इरादे संग दिखाती है वह हर मौके को नयी सुबह कि रोशनी हर किनारे पर दिखाती है जिससे उजाला मिलता है।
हर कदम को कई किनारों मे जीवन को एहसास कि अलग शुरुआत हर मौके मे मिलती है जो जीवन मे हर इरादे से अलग पहचान हर समझ के संग उजाला दिखाती है वह हर राह को नयी सुबह दिखाती है जिससे बदलाव मिलता है।
हर कदम को कई किनारों मे जीवन को आवाज कि अलग पुकार हर इरादे मे कोई अलग दिशा से जीवन मे मिलती है जो हर आवाज को मकसद हर पल दिखाती है वह हर परख को नयी शुरुआत दिखाती है जिससे किनारा मिलता है।
हर कदम को कई किस्सों मे जीवन को राह कि धाराओं को अलग आवाज हर मौके मे कोई अलग समझ कि सुबह मिलती है जो हर किनारे को उजाले कि हर रोशनी दिखाती है वह हर मुस्कान को राह दिखाती है जिससे धारा का एहसास मिलता है।
हर कदम को कई इशारों मे जीवन को आवाज कि अलग पहचान हर राह मे कोई किनारे के साथ अलग इशारे कि आस मिलती है जो हर किस्से को मकसद कि हर उम्मीद दिखाती है वह हर मौके को नये लफ्ज़ दिखाती है जिससे जीवन का आसरा मिलता है।
हर कदम को कई एहसासों मे जीवन को अल्फाजों कि आवाज हर मौके मे कोई एहसास के साथ हर लम्हा मिलती है जो हर खयाल को मतलब कि हर आस दिखाती है वह हर एहसास को नये आसमान कि पुकार दिखाती है जिससे जीवन को इरादा मिलता है।
हर कदम को कई किनारों मे जीवन को लम्हों कि जरुरत हर मतलब मे कोई रोशनी के साथ हर बात मिलती है जो हर सोच को मकसद कि हर पुकार दिखाती है वह हर उजाले को अलग अंदाज कि दिशाए दिखाती है जिससे जीवन का सहारा मिलता है।
हर कदम को कई इरादों मे जीवन को आवाज कि अलग धारा से कोई एहसास देकर चलने कि हर उम्मीद मिलती है हर किस्से को मतलब कि हर आशा दिखाती है वह हर किस्से को अलग पुकार कि जरुरत दिखाती है जिससे इशारा मिलता है। 

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