Wednesday 12 April 2017

कविता. १३४७. हर हवा के संग अलगसा।

                                                   हर हवा के संग अलगसा।
हर हवा के संग अलगसा एहसास जीवन कि दास्तान हर बार दिलाती है वह हर बार मौसम के बदलाव के संग अलगसा एहसास दिखाती है वह हर मौके को जीवन कि अलग दास्तान दिलाती है जो जीवन मे एहसास दिखाती है।
हर हवा के संग अलगसा विश्वास जीवन कि प्यास हर बार दिलाती है वह हर बार किस्से के साथ जीवन के संग अलगसा अंदाज दिखाती है वह हर इशारे को जीवन कि अलग पुकार दिलाती है जो जीवन मे आस दिखाती है।
हर हवा के संग अलगसा एतबार जीवन कि धारा हर बार दिलाती है वह हर बार जीवन के साथ पहचान के संग अलगसा एहसास दिखाती है वह हर सोच को जीवन कि अलग सौगाद दिलाती है जो जीवन मे लम्हे दिखाती है।
हर हवा के संग अलगसा किनारा जीवन कि पुकार हर बार दिलाती है वह हर बार इशारे के साथ एहसास के संग अलगसा इशारा दिखाती है वह हर राह को जीवन कि अलग इरादा दिलाती है जो जीवन मे उजाले दिखाती है।
हर हवा के संग अलगसा एहसास जीवन कि दास्तान हर बार दिलाती है वह हर बार रोशनी के साथ पहचान उजाले के संग पुकार दिखाती है वह हर इशारे को जीवन कि अलग धारा दिलाती है जो जीवन मे सुबह दिखाती है।
हर हवा के संग अलगसा किनारा जीवन कि पहचान हर बार दिलाती है वह हर बार मौके के साथ एहसास के संग रोशनी दिखाती है वह हर इरादे को जीवन कि अलग दुआ दिलाती है जो जीवन मे हर किरण मे उम्मीदे दिखाती है।
हर हवा के संग अलगसा एतबार जीवन कि सौगाद हर बार दिलाती है वह हर बार इशारे के साथ किनारों के संग उजाला दिखाती है वह हर किस्से को जीवन कि अलग पहचान दिलाती है जो जीवन मे हर रंग मे कदम दिखाती है।
हर हवा के संग अलगसा इशारा जीवन कि प्यास हर बार दिलाती है वह हर बार रोशनी के साथ जीवन के संग इरादों मे उम्मीद दिखाती है वह हर कदम को जीवन कि अलग निशानी दिलाती है जो जीवन मे हर मौके मे मकसद दिखाती है।
हर हवा के संग अलगसा एहसास जीवन कि सौगाद हर बार दिलाती है वह हर बार इशारे के संग जीवन के इतबार को पुकार हर मौके पर दिखाती है वह हर एहसास को जीवन कि अलग दास्तान दिलाती है जो जीवन मे हर  कदम मे उजाले दिखाती है।
हर हवा के संग अलगसा किनारा जीवन कि आस हर बार दिलाती है वह हर बार किस्से के संग जीवन के एहसासों को जिन्दगी हर इशारे पर दिखाती है वह हर मौके को जीवन कि सौगाद अलग रोशनी दिलाती है जो जीवन मे हर इशारे मे किस्से दिखाती है। 

No comments:

Post a Comment

कविता. ५१४७. अरमानों को दिशाओं की कहानी।

                       अरमानों को दिशाओं की कहानी। अरमानों को दिशाओं की कहानी सरगम सुनाती है इशारों को लम्हों की पहचान बदलाव दिलाती है लहरों...