Friday 14 April 2017

कविता. १३५१. हर इशारे के संग।

                                               हर इशारे के संग।
हर इशारे के संग हमारे जीवन कि प्यास बढती है जो जीवन मे कई रंगों को अलग किनारे के जज्बात हर मौके पर देती है हर इशारे मे जीवन कि आस होती है जो जीवन मे कई अंगारों को अलग एहसास हर मौके पर देती है।
हर इशारे के संग हमारे जीवन कि उम्मीद बढती है जो जीवन मे कई एहसासों को अलग पहचान के साथ हर पल पर देती है हर इशारे मे जीवन कि आशाए होती है जो जीवन मे कई किनारों को अलग उजाला हर रोशनी देती है।
हर इशारे के संग हमारे जीवन कि आस बढती है जो जीवन मे कई खयालों को अलग इरादे के साथ हर सुबह पर उम्मीदे देती है हर मौके मे जीवन कि सौगाद होती है जो जीवन मे कई एहसासों को अलग किनारा हर परख के साथ देती है।
हर इशारे के संग हमारे जीवन कि सौगाद बढती है जो जीवन मे कई उजालों को अलग इशारे के साथ लब्जों कि पहचान देती है हर रोशनी कि आहट जरुरी होती है जो जीवन मे कई राहों को अलग सौगाद हर पल के साथ देती है।
हर इशारे के संग हमारे जीवन कि रोशनी बढती है जो जीवन मे कई खयालों को अलग इतबार के साथ समझ कि पहचान देती है हर एहसास कि आवाज अलग किनारे को समझ देकर अलग राह को पहचान कि पुकार देती है।
हर इशारे के संग हमारे जीवन कि सौगाद बढती है जो जीवन मे कई राहों को अलग आसमान पुकार के साथ देती है वह हर किस्से को समझकर अलग तरीकों से इतबार दिखाती है वह हर बार कदमों को अलग इशारा देती है।
हर इशारे के संग हमारे जीवन कि सुबह बढती है जो जीवन मे कई एहसासों को अलग पहचान के साथ देती है वह हर सुबह को कई रंगों कि दुनिया दिखाकर अलग रोशनी से एहसास दिखाती है वह हर बार लब्जों को अलग कदम देती है।
हर इशारे के संग हमारे जीवन कि राह बढती है जो जीवन मे कई रंगों को अलग उजाले हर इरादे के साथ देती है वह हर इरादे मे कोई इशारा हर मौके पर दिखाती है वह हर बार जीवन मे मौकों को उम्मीदों कि मुस्कान अलग राहों से देती है।
हर इशारे के संग हमारे जीवन कि दास्तान बढती है जो जीवन मे कई किनारों को अलग पहचान कि उम्मीदे देती है वह हर इशारे को किसी किस्से कि आवाज दिलाती है वह हर बार जीवन मे कोई अलग सौगाद हर पल मे अक्सर देती है।
हर इशारे के संग हमारे जीवन कि दुआएं बढती है जो जीवन मे कई तरह कि सोच को अलग लब्ज हर किनारे मे देती है वह हर एहसास को किसी पुकार कि ताकत दिलाती है वह हर बार जीवन मे कोई अलग एहसास को हर रोशनी कि अलग पुकार देती है। 

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