Saturday 15 April 2017

कविता. १३५२. हर कहानी को मकसद देकर आगे।

                                          हर कहानी को मकसद देकर आगे।
हर कहानी को मकसद देकर आगे जाने कि जरुरत होती है हर खयाल को जब कहानी किरदारों के साथ आगे लेकर जाती है वह अलग एहसास के अंदर साथ देती है जो जीवन मे पुकार को अलग रोशनी दिखाती है।
हर कहानी को मकसद देकर आगे बढने कि जरुरत होती है हर रंगों को जब जीवन का अलग उजाला देती जाती है वह हर मकसद के साथ अलग पुकार देती है जो जीवन मे कई किनारों को अलग उजाला दिखाती है।
हर कहानी को मकसद देकर आगे चलने कि जरुरत होती है हर नजारे को जब वह समझ दिलाती है जब वह अक्सर उजाला देती जाती है वह हर मौके के साथ अलग पुकार हमे विश्वास देती है जो जीवन मे कई रंगों को रोशनी दिखाती है।
हर कहानी को मकसद देकर आगे जाने कि जरुरत होती है हर अंदाज को जब वह धारा पहचान दिलाती है जब वह अक्सर राह को मतलब देती जाती है वह हर किस्से के साथ अलग सौगाद देती है जो जीवन मे कई लम्हों को पुकार दिखाती है।
हर कहानी को मकसद देकर आगे जाने कि जरुरत एक अहमियत होती है हर खयाल को जब वह किनारा हर मौके पर दिलाती है जब वह अक्सर जीवन को पहचान देती जाती है वह हर इशारे को अलग रोशनी देती है जो जीवन मे कई रंगों को उजाला दिखाती है।
हर कहानी को मकसद देकर आगे जाने कि जरुरत पहचान होती है हर सौगाद को जब वह खयाल कि ताकत दिलाती है वह रोशनी को हर पल देती है वह जीवन मे कई एहसासों को परख हर धारा के संग अक्सर हर मौके पर दिखाती है।
हर कहानी को मकसद देकर आगे जाने कि जरुरत होती है हर खयाल को जब वह उजाला समझ देता है तब उसकी पहचान रोशनी दिलाती है वह जीवन मे कई रंगों को एहसास का अलग विश्वास बताती है वह हर इशारे पर रोशनी दिखाती है।
हर कहानी को मकसद देकर आगे जाने कि जरुरत होती है हर लम्हे को जब वह पहचान लेती है वह हर लब्ज के अंदर कोई अलग पुकार दिलाती है वह जीवन मे कई किनारों कि पुकार को समझाती है वह हर किस्से पर उम्मीदों का उजाला दिखाती है।
हर कहानी को मकसद देकर आगे जाने कि जरुरत होती है हर इरादों को जब वह आशाए दिखाकर चलती है वह हर रंग को अलग किनारा दिलाती है वह जीवन मे हवाओं कि आवाज बनकर रोशनी का मतलब समझाती है वह उम्मीद दिखाती है।
हर कहानी को मकसद देकर आगे जाने कि जरुरत हर पल होती है हर रोशनी को जब वह नयी पहचान हर कदम पर कोई इरादा दिलाती है वह जीवन मे कई रंगों कि धाराएं समझाकर आवाज मे नया उजाला समझाती है वह रोशनी दिखाती है। 

No comments:

Post a Comment

कविता. ५१२५. किनारों को अंदाजों की।

                              किनारों को अंदाजों की। किनारों को अंदाजों की समझ एहसास दिलाती है दास्तानों के संग आशाओं की मुस्कान अरमान जगाती...