Thursday 23 March 2017

कविता. १३०७. हर सोच कि लहरों को समझ लेने।

                                                     हर सोच कि लहरों को समझ लेने।
हर सोच कि लहरों को समझ लेने कि जरुरत हर बार रहती है जो जीवन को कई तरह के मकसद दिलाती जाती है वह हर सोच को लेकर कई किनारों के साथ आगे चलती है वह हर सोच को अलगसी उम्मीद देकर जाती है।
हर सोच कि लहरों को समझ लेने पर सही और गलत को समझ लेने कि जरुरत होती है क्योंकि लहरे अक्सर जीवन को हर बार मकसद देकर आगे बढती है वह हर किनारे को उजाला अलग दिशा के साथ देकर जाती है।
हर सोच कि लहरों को समझ लेने कि अहमियत हर किस्से को हर बार मकसद देकर जाती है जो जीवन मे कई एहसासों कि दिशाए बदलकर आगे जाती है हर बार सोच को अलग पहचान दिखाती है वह उम्मीदों को उजाला देकर जाती है।
हर सोच कि लहरों को समझ लेने कि कहानी हर बार इशारों को हर किनारे के साथ आगे बढती रहती है जो जीवन मे लहरों कि आवाज कि पुकार होती है जो जीवन मे कई रंगों कि कहानी को एहसास देकर जाती है।
हर सोच कि लहरों को समझ लेने कि आस हर बार बातों को कई किनारों पर कोई अलग असर देती है जो जीवन मे कई एहसासों को जिन्दा रखती है जो हर सोच को हर लब्ज के अंदर कोई अलग पुकार देकर जाती है।
हर सोच कि लहरों को समझ लेने कि पहचान हर बार जीवन को रोशनी और हर किस्से को उजाला दिलाती है जो सोच मे कई रंगों कि पहचान हर मौके को अलग एहसास के साथ अलग किसम कि पुकार देकर जाती है।
हर सोच कि लहरों को समझ लेने कि पुकार हर बार हर मौके को समझ दिखाती है वह हर राह को कोई मतलब दिलाती है वह हर सोच के संग कई खयालों को अलग एहसास का उजाला हर पल देकर जाती है।
हर सोच कि लहरों को समझ लेने कि पुकार हर बार दिशाओं को मतलब दिलाती है वह हर किस्से के साथ जीवन मे कई कहानियों को रंगों कि अलग दुनिया देकर जाती है वह हर दिशा के साथ जीवन मे अलग सुबह देकर जाती है।
हर सोच कि लहरों को समझ लेने कि जरुरत हर बार जीवन मे मुस्कान देती है वह हर आवाज को कई तरह के अंदाज मे जिन्दा करती है हर दिशाओं को कोई एहसास दिखाकर जाती है वह जीवन मे कई रंगों को आवाज देकर जाती है।
हर सोच कि लहरों को समझ लेने कि आवाज हर बार किनारों को बदलाव दिलाती है वह हर किस्से को समझ अलगसी दिखाती है वह हर बार बताती है लहरों कि आवाज तो हर पल रहती है उसे कब सुने और कब वह सही है यह अपनी समझ रहती है जो जीवन को उजाला देकर जाती है। 

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