Wednesday 8 March 2017

कविता. १२७७. कुछ बाते भुलाकर भी।

                                                   कुछ बाते भुलाकर भी।
कुछ बाते भुलाकर भी मन मे रह जाती है कुछ किस्सों कि कहानियाँ मन मे अलगसे रंग दिखाती है हर खयाल को समझ लेने कि जरुरत जीवन को हर मौके पर कोई पहचान दिलाती है जो बातों को कई तरह के मकसद देती जाती है।
कुछ बाते भुलाकर भी मन मे रह जाती है कुछ पलों कि खयालों को जरुरत हर बार होती है जो जीवन मे हर किस्से कि आवाज दिलाती है जो जीवन मे कई एहसासों को हर बार नयी पुकार देकर आगे चलती है जो जीवन मे कई रंगों को उम्मीद देती जाती है।
कुछ बाते भुलाकर भी मन मे रह जाती है कुछ उजालों कि रोशनी हर मोड पर अलग इशारा दिखाती रहती है जो जीवन मे कई रंगों को एहसास अलगसा देकर जाती है जो जीवन मे बातों को अलग इशारा देती जाती है।
कुछ बाते भुलाकर भी मन मे रह जाती है कुछ किनारों कि पहचान हर मौके पर अलग सहारा दिलाती रहती है जो जीवन मे हर मौके पर कदमों को अलग आवाज दिलाती है जो जीवन मे हर बात को अलग अंदाज देती जाती है।
कुछ बाते भुलाकर भी मन मे रह जाती है कुछ समझने कि कोशिश दुनिया को अलग लम्हा देकर चलती है जो जीवन मे हर किस्से को कदमों कि आवाज दिलाती है वह हर लब्ज के साथ दुनिया मे अलग पहचान देती जाती है।
कुछ बाते भुलाकर भी मन मे रह जाती है कुछ किस्सों मे जीवन कि हर निशानी अलग एहसास के साथ किरणों के संग आगे आती है जो जीवन मे कई उजालों को समझ लेने कि जरुरत हर कदम पर हर विश्वास के साथ देती जाती है।
कुछ बाते भुलाकर भी मन मे रह जाती है कुछ इशारों मे दुनिया कि जरुरत हर पल के साथ बताती है जो जीवन को कई एहसासों के साथ आगे लेकर चलती है क्योंकि वह बाते भुलकर भी याद रखी बातों से भी ज्यादा साथ देती जाती है।
कुछ बाते भुलाकर भी मन मे रह जाती है कुछ एहसासों मे जीवन कि कहानी हर बार जज्बात दिलाती है जो हर कहानी को अलग मकसद देकर जाने कि जरुरत जीवन मे हर एहसासों को अंदाज देती जाती है।
कुछ बाते भुलाकर भी मन मे रह जाती है कुछ इशारों मे जीवन कि धून हर बार सुनाती है जो जीवन मे कई एहसासों को अलग तरह के उजालों के साथ अलग सुबह देती है जो जीवन मे कई दिशाओं को खुशियाँ देती जाती है।
कुछ बाते भुलाकर भी मन मे रह जाती है कुछ अलग किसम कि समझ देकर दुनिया हर बार जीवन मे कोई अलग एहसास देकर चलती है जिसे समझ लेने कि जरुरत जीवन को हर मौके पर अलग पहचान देती जाती है। 

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