Monday 6 March 2017

कविता. १२७२. हर बार हवाओं को बदलाव देकर।

                                      हर बार हवाओं को बदलाव देकर।
हर बार हवाओं को बदलाव देकर दुनिया को अलग एहसास देने कि जरुरत हर किनारे पर रहती है जो हवाओं को कुदरत के नये एहसास देती है जो जीवन मे कई किस्से दिलाती है हर बार उन्हे बिना समझे ही दुनिया अलग मतलब दिलाती है।
हर बार हवाओं को बदलाव देकर दुनिया को अलग एहसास देने कि जरुरत हर मौके पर होती है जो दुनिया मे एहसासों को अलग टकराव दिखाती है जो जीवन मे हवाओं को कुदरत का अलग एहसास दिलाती है।
हर बार हवाओं को बदलाव देकर दुनिया को अलग एहसास देने कि जरुरत हर लम्हे पर अलग उजाला हर किनारे पर जस्बातों से देकर जाती है जो जीवन मे कई नजारों को कई किस्सों कि पहचान दिलाती है।
हर बार हवाओं को बदलाव देकर दुनिया को अलग दिशाओं कि रोशनी मिलती है जो जीवन मे कई किनारों पर अलग पहचान देकर चलती है जो जीवन मे हवाओं के छू जाने के एहसास को परखकर दुनिया को मकसद दिलाती है।
हर बार हवाओं को बदलाव देकर दुनिया को अलग पुकार से समझ लेने कि जरुरत होती है जो जीवन मे कई किनारों पर हवाओं के छू लेने पर संगीत अलगसा बजता है जो जीवन मे कई एहसासों को उम्मीद दिलाता है।
हर बार हवाओं को बदलाव देकर दुनिया को अलग पहचान को समझ लेने कि जरुरत पडती है जो मौसम के बदलाव को अलग पहचान देकर चलती है जो जीवन मे हवाओं को बदलाव दिखाकर चलती है वह हर पल अलग एहसास दिलाती है।
हर बार हवाओं को बदलाव देकर दुनिया को अलग रंगों कि पहचान जुदासा एहसास हर पल के अंदर अलग कहानी दिखाती रहती है जो जीवन को अलग पुकार कि धारा हर मौके पर समझ अलग किसम कि हर बार दिलाती है।
हर बार हवाओं को बदलाव देकर दुनिया को अलग एहसास को मकसद अलग तरह का दिखाती है जो किनारों को अलग सुबह के साथ समझ अलग तरह कि देती है जिसे परखकर दुनिया नयी पहचान दिलाती है।
हर बार हवाओं को बदलाव देकर दुनिया को अलग मौसम मे बदलाव देकर जाती है जो जीवन मे कई किनारों पर दुनिया मे अलग कहानी हर बहाने से मिलती है जो जीवन मे बदलते एहसासों के संग मकसद दिलाती है।
हर बार हवाओं को बदलाव देकर दुनिया को अलग सुबह मे जस्बातों को समझ लेने कि जरुरत रहती है जो जीवन मे हवाओं के साथ कोई अलग पहचान देकर चलती है जो जीवन मे कई किस्सों से दास्ताने दिलाती है।

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