Sunday 19 March 2017

कविता. १२९८. हर किस्से को समझ लेने पर।

                                                      हर किस्से को समझ लेने पर।
हर किस्से को समझ लेने पर अक्सर दुनिया कई सवाल उठाती है जो बताती है हर किस्से को मकसद दिखाती है जो जीवन मे कई किस्सों को कई इशारों को अलग पहचान देती है हर बार बात को मतलब दे जाती है।
हर किस्से को समझ लेने पर अक्सर दुनिया कई किनारों को रोशनी देकर जाती है वह हर बार किसी बात कि समझ अलग एहसास के अंदर नया उजाला दिलाती है जो जीवन मे कई कहानियों को मकसद दे जाती है।
हर किस्से को समझ लेने पर अक्सर दुनिया कई इशारों को अलग पुकार दिलाती है वह हर इशारे को अलग एहसास दिखाकर चलती है जो हवाओं के साथ कई तरह कि किस्मत देकर जीवन को उजाला दे जाती है।
हर किस्से को समझ लेने पर अक्सर दुनिया कई राहों को मकसद दे जाती है वह हर राह को कोई अलग सोच दिलाती है वह हर किनारे के साथ अलग पुकार देकर चलती है जो जीवन मे कई रंगों कि दुनिया दे जाती है।
हर किस्से को समझ लेने पर अक्सर दुनिया कई किसम कि रोशनी इरादे देकर जाती है जो जीवन मे हर कदम को कई राहों को समझ दिलाकर रहती है हर राह को हर मौके पर कोई अलग पुकार दे जाती है।
हर किस्से को समझ लेने पर अक्सर दुनिया कई सवालों के जवाब देकर जाती है जो जीवन मे कई रंगों को कई मकसद हर बार नये लब्जों के साथ अलग तरह कि दिशाए बदलकर हर पहचान दे जाती है।
हर किस्से को समझ लेने पर अक्सर दुनिया कई एहसासों के साथ सोच देकर जाती है जो जीवन मे कई एहसासों को हर पल के साथ अलग तरह कि परख दिलाती जाती है वह हर बार कोई पुकार दे जाती है।
हर किस्से को समझ लेने पर अक्सर दुनिया कई किनारों के साथ अलग सुबह देती है जो जीवन मे कई एहसासों को नयी रोशनी हर पल के साथ दिलाती है वह हर बार किसी आवाज कि ओर बढती जाती है नयी रोशनी दे जाती है।
हर किस्से को समझ लेने पर अक्सर दुनिया कई इरादों के साथ अलग खयाल देती है जो जीवन मे कई सपनों को साकार करने कि उम्मीदे हर बार दिखाती है वह हर किस्से को एहसास कि अलग परख दे जाती है।
हर किस्से को समझ लेने पर अक्सर दुनिया कई एहसासों के साथ अलग शुरुआत देती है जो जीवन मे कई किनारों को अलग उजाले कि सौगाद दिखाती है वह हर बार किसी आवाज कि अलग पहचान दे जाती है। 

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