Thursday 16 March 2017

कविता. १२९२. हर लम्हा जीवन मे कोई पहचान।

                                                      हर लम्हा जीवन मे कोई पहचान।
हर लम्हा जीवन मे कोई पहचान दिलाता है जिसे पहचान लेने कि जरुरत जीवन को कई किनारों पर अलग उजाले के साथ पहचान लेने कि जरुरत जीवन को हर मौके पर अलग पुकार अक्सर दिलाती है।
हर लम्हा जीवन मे कोई पहचान दिलाता है जिसे परखकर आगे बढते जाने कि उम्मीदे हर मौके पर अक्सर रहती है जिसे समझकर दुनिया हर मौके पर अलग उजाले देकर जाती है जो जीवन मे कई रंगों कि रोशनी दिलाती है।
हर लम्हा जीवन मे कोई पहचान दिलाता है जिसे समझ लेने कि आस जीवन मे कई एहसासों कि दिशाए हर बार होती है जो जीवन मे कई किस्सों को रोशनी कि अलग पुकार हर पल के साथ हर बार दिलाती है।
हर लम्हा जीवन मे कोई पहचान दिलाता है जिसे कई किस्सों मे उम्मीदे देकर जाने कि आदत हर बार रहती है जो जीवन मे कई एहसासों कि दिशाए हर पल के साथ दिखाती है वह हर इशारे को उम्मीद दिलाती है।
हर लम्हा जीवन मे कोई पहचान दिलाता है जिसे कई तरह कि उम्मीदे हर मौके पर इशारा अलगसा देकर चलती है जो जीवन मे कई किस्सों को जिन्दगी दिलाती है वह हर एहसास के साथ नया उजाला दिलाती है।
हर लम्हा जीवन मे कोई पहचान दिलाता है जिसे कई इशारों मे समझ लेना जीवन मे कई राहों पर अलग एहसास दिखाता है हर कदम पर हर लम्हा जीवन मे लब्ज को कई तरह के किनारों कि रोशनी देता है जो जीवन मे उजाले दिलाती है।
हर लम्हा जीवन मे कोई पहचान दिलाता है जिसे कई दिशाओं मे आगे बढना होता  है हर मौके पर एहसास जुदा रहता है जो जीवन मे कई रंगों को आवाज दिखाता है जो जीवन मे कई रंगों को पहचान दिलाता है।
हर लम्हा जीवन मे कोई पहचान दिलाता है जिसे कई किस्सों मे परख लेना उजाले देकर जाता है हर बार हर नजारा कोई किनारा देकर चलता है हर लम्हे को समझ लेने कि जरुरत हर बार हर किस्से को पहचान दिलाती है।
हर लम्हा जीवन मे कोई पहचान दिलाता है जिसे कई किनारों मे परख लेना जीवन मे कई रंगों कि दुनिया हर बार देता है हर मौके पर दुनिया अलग तरह कि परख हर इशारे मे जिन्दा रहती है जो जीवन मे कई रंगों कि ताकत दिलाती है।
हर लम्हा जीवन मे कोई पहचान दिलाता है जिसे कई रंगों मे समझकर आगे चलते जाने कि जरुरत हर बार रहती है जो जीवन मे कई किस्सों को अलग तरह कि पुकार हर आवाज के साथ हर किनारों से पहचान दिलाती है। 

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