Thursday 16 February 2017

कविता. १२३६. हर मौके पर अलग कहानी।

                           हर मौके पर अलग कहानी।
हर मौके पर अलग कहानी हर बार पहचान अलगसी देती है जो हर किस्से मे हर पल के संग पहचान अलगसी होती है जो मौके पर अलग नजारा हर पल के साथ देती है जो जीवन मे मौकों के संग पहचान अलग दिखाती है।
हर मौके पर अलग कहानी हर बार पहचान अलगसी देती है जो हर किस्से मे हर किनारे पर पुकार अलग दिखाती है जो जीवन मे मौकों पर एहसास दिखाती है जो जीवन मे हर दिशा के संग पहचान का उजाला अलग दिखाती है।
हर मौके पर अलग कहानी हर बार पहचान अलगसी देती है जो हर किस्से मे हर लम्हे कोई पहचान अलगसी दिखाती है जो हर मौके पर कहानियों कि राहे अलग दिखाती है जो जीवन मे कई दास्ताने देकर अंदाज अलग दिखाती है।
हर मौके पर अलग कहानी हर बार पहचान अलगसी देती है जो हर किस्से मे हर दिशा को एहसास अलगसा दिलाती है जो हर मौके पर जीवन को सांस अलग दे जाती है जो जीवन मे हर लम्हे को राह अलग दिखाती है।
हर मौके पर अलग कहानी हर बार पहचान अलगसी देती है जो जीवन मे कई दास्ताने हर कदम पर लिखती जाती है जो हर मौके के संग पहचान अलगसी दिखाती जाती है जो जीवन मे कई मौकों पर उम्मीद अलग दिखाती है।
हर मौके पर अलग कहानी हर बार पहचान अलगसी देती है जो जीवन मे कई किनारों पर अलग पहचान अक्सर होती है जो जीवन मे हर लम्हे कोई पहचान अलग किनारे पर उजाले कि पुकार अक्सर अलग दिखाती है।
हर मौके पर अलग कहानी हर बार पहचान अलगसी देती है जो जीवन मे कई राहों पर अलग नजारा देकर जाती है जो जीवन मे हर मौके पर एहसास अलग तरह का हर बार रहता है जो जीवन मे उजाला अलग दिखाती है।
हर मौके पर अलग कहानी हर बार पहचान अलगसी देती है जो जीवन मे कई किस्सों कि राह को बदलाव कई किनारों पर देती है उसकी पहचान हर मौके मे कोई अलग किसम कि पुकार नयी रोशनी अलग दिखाती है।
हर मौके पर अलग कहानी हर बार पहचान अलगसी देती है जो जीवन मे कई किनारों पर अलग नजारे पर हर बार जीवन को अलग बहार हर कदम पर मिलती है जो जीवन मे कई मौकों पर उम्मीद अलग दिखाती है।
हर मौके पर अलग कहानी हर बार पहचान अलगसी देती है जो जीवन मे कई इशारों को समझ लेने कि जरुरत हर पल मे देती है जो जीवन मे रोशनी कि पहचान अलग एहसास के साथ देती है जो जीवन मे उजाले अलग दिखाती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५१२५. किनारों को अंदाजों की।

                              किनारों को अंदाजों की। किनारों को अंदाजों की समझ एहसास दिलाती है दास्तानों के संग आशाओं की मुस्कान अरमान जगाती...