Saturday 26 November 2016

कविता. १०७३. हर परछाई के अंदर।

                                             हर परछाई के अंदर।
हर परछाई के अंदर का एहसास जुदासा होता है जो जीवन को मतलब दे वह यकिन अलगसा होता है जो जीवन मे परछाई को आगे लेकर चलता है वह हर परछाई के संग समझ लेने कि उम्मीदे हर बार देकर आगे चलती है।
हर परछाई के अंदर का रंग कुछ अलगसा होता है जो जीवन को कई किस्सों मे आगे लेकर जाता है क्योंकि परछाई के अंदर ही जीवन का एहसास कई तरह का विश्वास मिलता है जो परछाई को समझकर ही जीवन कि कहानी आगे चलती है।
हर परछाई के अंदर का रंग कई तरह के मकसद देकर चलता है हर परछाई के संग कहानी बनती रहती है जो जीवन को कई तरह के मकसद देकर बढती है क्योंकि परछाई मे ही अक्सर कहानी कई एहसासों मे आगे चलती है।
हर परछाई के अंदर कुछ अलग कहानी रहती है जो परछाई को कई तरह के आकार देकर चलती है जो जीवन को कई किस्सों मे कुछ अलग मतलब देकर जाती है हर परछाई का रंग वही होता है पर फिर भी परछाई उसी तरह से आगे चलती है।
हर परछाई के अंदर कुछ किस्सों को समझ लेने कि जरुरत जीवन मे रहती है हर मौके मे परछाई अलग तरह का विश्वास जीवन को हर बार देकर जाती है परछाई अक्सर आकार मे बदलाव देकर चलती है क्योंकि परछाई कई मतलब देकर आगे चलती है।
हर परछाई के अंदर कुछ अलग तरह कि कहानी जिन्दा रहती है जो परछाई के रुप और रंगों मे हर पल बदलाव देकर रहती है परछाई को कई किस्सों मे समझ लेने कि जरुरत जीवन को हर बार अलग आकार के अंदर दिखती है जो आगे चलती है।
हर परछाई के अंदर कुछ लम्हों को परख लेने कि ताकद दुनिया को हर बार अलग तरह कि दुआए देकर जाती है क्योंकि परछाई को परख लेने कि अहमियत जीवन मे हर लम्हे के अंदर हर बार होती है जो जीवन को उम्मीदे देकर आगे चलती है।
हर परछाई के अंदर कुछ अलग कहानी होती है जो जीवन मे परछाई को एहसास अलगसा देकर चलती है क्योंकि परछाई को समझ लेने कि जरुरत हर मौके पर रहती है जो जीवन को समझ देकर आगे जाती है वह परछाई देकर आगे चलती है।
हर परछाई के अंदर कई किस्सों को समझ देकर आगे बढती है जो जीवन मे परछाई को समझ अलगसी देकर जाती है जो जीवन मे परछाई के अंदर परख कई आकारों के साथ आगे बढती है क्योंकि परछाई ही तो जीवन कि कहानी को उम्मीदे देकर आगे चलती है।
हर परछाई के अंदर कई किनारों से ही जीवन कि दिशाए मिलती है जो परछाई को कई किसम कि ताकद देकर चलती है क्योंकि परछाई मे दुनिया कि कुछ अलग तरह कि समझ रहती है जो परछाई को मकसद देकर आगे चलती है।

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