Tuesday 15 November 2016

कविता. १०५०. हर बार रोशनी कि शुरुआत।

                                                 हर बार रोशनी कि शुरुआत।
हर बार रोशनी कि शुरुआत एक अलग एहसास से होती है जो रोशनी देकर जाती है वह बात भी जीवन मे अहम तरह कि लगती है जो जीवन मे हर एक मौके पर रोशनी कि अलग शुरुआत देकर जीवन को आगे लेकर बढती है।
हर बार रोशनी कि शुरुआत एक अलग सोच से होती है जो जीवन को हर एक दिशा मे जीवन कि नई रफ्तार मिलती है जो किसी कोने से रोशनी कि शुरुआत देकर हर बार आगे चलती है जो जीवन मे रोशनी कि शुरुआत देकर बढती है।
हर बार रोशनी कि शुरुआत एक अलग पुकार देकर आगे चलती जाती है क्योंकि रोशनी ही तो जीवन कि रफ्तार बनकर आगे चलती जाती है क्योंकि रोशनी सिर्फ खास किनारों से ही हर बार आगे चलती है जीवन कि गाडी आगे बढती है।
हर बार रोशनी कि शुरुआत एक अलग एहसास को समझ देकर अलग जस्बात के साथ आगे बढते जाने कि पुकार बनकर आगे चलती है क्योंकि रोशनी कि शुरुआत हर पल एक कोने से ही धीमे से आगे लेकर चलती है जीवन मे खुशियों के संग आगे बढती है।
हर बार रोशनी कि शुरुआत जीवन को अलग तरह के एहसास मे परखकर आगे चलती रहती है क्योंकि जीवन मे रोशनी कि शुरुआत हर कोने के साथ अंदर कई बार जिन्दा रहती है जो जीवन मे किसी कोने से रोशनी देकर आगे बढती है।
हर बार रोशनी कि शुरुआत अलग तरह के सोच मे होती रहती है क्योंकि रोशनी को परख लेने कि जरुरत हर कोने मे रहती है जो जीवन को अलग मतलब देकर चलती है क्योंकि रोशनी ही तो जीवन को अलग तरह कि दिशाए देकर आगे बढती है।
हर बार रोशनी कि शुरुआत अलग तरह कि समझ देकर होती है जो जीवन मे हमे अक्सर आगे लेकर चलती जाती है जो जीवन को अलग तरह कि ताकद और रफ्तार हर बार देकर जाती है जो जीवन को कई रंगों मे परखकर आगे बढती है।
हर बार रोशनी कि शुरुआत किसी अलग तरह के कोने से होती है जिसमे जीवन कि प्यास हर बार होती है क्योंकि जीवन मे अक्सर रोशनी कि अलग शुरुआत हर एक एहसास को समझकर आती है जो जीवन को अलग तरह कि रोशनी से आगे बढती है।
हर बार रोशनी कि शुरुआत किसी अलग तरह के किनारों से आगे लेकर चलती जाती है क्योंकि रोशनी किसी अलग एहसास कि एक तलाश होती है जो जीवन को कई किनारों से आगे लेकर चलती जाती है क्योंकि वह एहसास को समझकर आगे बढती है।
हर बार रोशनी कि शुरुआत किसी अलग तरह कि साँसे देकर चलती हुई हर बार जाती है जो जीवन मे कई तरह के एहसास देकर चलती जाती है क्योंकि जीवन मे रोशनी तो हर कोने मे लेकर आगे चलती जाती है क्योंकि रोशनी कोनों से निकलकर आगे बढती है।

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