Sunday 27 November 2016

कविता. १०७५. किसी पल मे जीवन को।

                                             किसी पल मे जीवन को।
किसी पल मे जीवन को जीना आसान बडा लगता है क्योंकि हर मौके पर जीवन मे पल कई किस्सों कि दुआए देकर जाता है जीवन को पल मे जो एहसास मिलता है जो जीवन को कई तरह कि समझ देकर आगे बढता है।
किसी पल मे जीवन को कई किनारों से गुजर जाना होता है जो हर बार जीवन को कई तरह के मतलब देकर जाता है हर पल जीवन को कुछ अलग धारा देकर हर बार आगे बढता जाता है जो जीवन को कई किस्सों कि ताकद देकर आगे बढता है।
किसी पल मे जीवन को कई किनारों कि समझ होती है जो जीवन को कई किस्सों मे आगे जाने कि जरुरत हर बार देकर रहती है जो पल के अंदर दुनिया को कई तरह के एहसास देकर हर एक तोहफे के साथ आगे बढता है।
किसी पल मे जीवन को कई किनारों के सहारे समझ लेना होता है जो जीवन को किनारों से परख ले वही जीवन को कई तरह कि उम्मीदे देकर हर पल मे कुछ अलग एहसास देकर जाता है उसके संग जीवन आगे बढता है।
किसी पल मे जीवन को कई तरह कि सोच ताकद देकर आगे जाती है वह सोच जीवन को मतलब देकर जीवन कि ताकद बनकर आगे दिशाए देकर जाता है वह हर बार जीवन मे कई किस्सों को समझकर आगे बढता है।
किसी पल मे जीवन को कई खयालों से आगे जाने कि जरुरत हर बार होती है जो जीवन मे कई पलों के साथ दुनिया को कुछ इस तरह बदलती है कि हर पल मे दुनिया हर बार जिन्दा नजर आती है उसके सहारे ही इन्सान समझकर आगे बढता है।
किसी पल मे जीवन को अलग एहसास को परख देकर दुनिया आगे चलती है क्योंकि पलों को ही तो जीवन मे आगे जाने कि जरुरत रहती है जो जीवन को अलग किनारों मे अलग किसम कि उम्मीदे देकर समझकर आगे बढता है।
किसी पल मे जीवन को अलग तरह कि जरुरत हर मौके पर जस्बात देकर हर पल मे कोई अलग कहानी देकर आगे जाती है जो हर एक पल मे कई किसम कि उम्मीदे देकर आगे चलती रहती है जो जीवन को समझकर आगे बढता है।
किसी पल मे जीवन को अलग किनारों से समझ लेने कि जरुरत जीवन को अलग तरह कि उम्मीदे देकर जाती है क्योंकि पलों के अंदर ही तो दुनिया कि हकिकत हर बार जिन्दा रहती है जो जीवन को कई किस्सों मे समझकर आगे बढता है।
किसी पल मे जीवन को अलग दिशाओं को समझकर आगे बढते जाने कि जरुरत दुनिया को आगे बढती जाती है क्योंकि पलों को पहचान लेने कि जरुरत जीवन को हर एक मौके पर विश्वास देकर आगे जाती है जिसे समझकर आगे बढता है।

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