Wednesday 2 November 2016

कविता. १०२४. किसी नन्ही तितली पर।

                                     किसी नन्ही तितली पर।
किसी नन्ही तितली पर जान अटकसी जाती है क्योंकि उसके रंग कि मासूमियत कुछ पल मन को कुछ इस तरह से छूँ जाती है क्योंकि उस तितली मे ही तो जिन्दगी की नई बात होती है जो जीवन को समझ देकर हर पल उम्मीदे देकर जाती है।
किसी नन्ही तितली पर जीवन कि डोर के कई एहसास नजर आते है उसके एहसास मे ही तो दुनिया कि कहानी नजर आती है क्योंकि तितली मे ही जीवन कि कहानी हर मौके पर कोई एहसास देकर अक्सर आगे बढती जाती है।
किसी नन्ही तितली पर कोई अलग तरह कि खुबसूरती नजर आती है जो जीवन को कई तरह कि पुकार देकर जाती है क्योंकि तितली मे भी कई तरह के खुबसूरत एहसास नजर आते है जो जीवन को खास बनाकर जाती है।
किसी नन्ही तितली पर कोई अलग पुकार नजर आती है जो जीवन मे कई एहसासों को समझ देकर आगे बढती हुई दुनिया जाती है क्योंकि तितली कमजोर होकर भी कितनी खूब होती है हर मुश्किल मे वह खुदको बताकर जाती है।
किसी नन्ही तितली पर कई रंगों के एहसास होते है जो दुनिया को कई रंगों मे आगे लेकर चलती जाती है क्योंकि तितली मे खुबसूरती कि साथ एक खास एहसास जिन्दा होता है जो उसे दुनिया मे कुछ खास बनती जाती है।
किसी नन्ही तितली पर जब नजर पड जाती है उसमे कुछ आदत ऐसी लगती है जो खुबसूरती को कई एहसासों मे कहती है जो जीवन मे कई तितलीओं के संग कई एहसासों मे जिन्दा होकर आगे बढती हुई चली जाती है।
किसी नन्ही तितली पर जब कोई एक नजर देता है उसकी खुबसूरती का एहसास दुनिया पर कोई अलग तरह का असर देकर आगे जाता है नन्ही तितली को देखने का खयाल जीवन को कुछ अलग तरह का मकसद दे जाता है वह बात सिर्फ वह तितली कर जाती है।
किसी नन्ही तितली पर जीवन मे खुबसूरत और खास एहसास जीवन मे हर पल जिन्दा रहता है जो जीवन मे नन्ही तितली के अंदर कई तरह के खास एहसास होते है जीवन को मतलब हर बार देकर आगे बढती हुई अक्सर जाती है।
किसी नन्ही तितली पर जब जब नजर पडती है उसकी जीवन कि कहानी हर बार असर अलगसा करती है क्योंकि तितली कई तरह के रंगों मे जिन्दा रहती है नाजूकसी मासूम तितली कई एहसासों मे जिन्दा होकर उडती जाती है।
किसी नन्ही तितली पर जब नजर पडती है उसकी ताकद भी मन को उजाला देकर चलती है जो तितली कि कहानी को उस एक पल मे समझ लेती है जब वह पास आने पर झटसे उडती है अपने आप को बचाकर आगे जाती है।

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