Monday 7 November 2016

कविता. १०३५. किसी किनारे से जीवन।

                                                किसी किनारे से जीवन।
किसी किनारे से जीवन को देखना अक्सर मुश्किल लगता है जो किनारों को समझ ले वह एहसास जुदा होता है पर लहरों का एहसास किनारे पर कहाँ होता है इसलिए तो लहरों को समझकर ही तो जीवन को समझ लिया जाता है।
किसी किनारे से जीवन को समझ लेना आसान नजर आता है जो लहरों कि कहानी को मतलब अलग देकर जाता है जो जीवन को कई किस्सों मे अक्सर जीवन को समझ देकर चलता हुआ आगे बढता जाता है।
किसी किनारे से जीवन को समझ लेना अहम नजर आता है पर लहरों के अंदर का एहसास जीवन कि कहानी को बदलाव देकर चलता है जो लहरों को जीवन कि कई कहानियों के संग आगे लेकर अक्सर चलता जाता है।
किसी किनारे से जीवन को परख लेना आसान तो अक्सर होता है पर उस किनारे से जीवन का मजा मुश्किल से ही आता है क्योंकि जीवन कि सच्ची राह बस किनारे पर लिखी कहानी को समझ लेने से नही होती है जीवन आगे बढता जाता है।
किसी किनारे से जीवन को अलग समझ देकर आगे जाने कि जरुरत हर बार होती है बस किनारों पर खडे रहने से दुनिया समझ नही आती है जीवन को कई किस्सों मे दुनिया को समझ लेने कि जरुरत होती है जिसमे दुनिया को समझ लिया जाता है।
किसी किनारे से जीवन को अलग तरह कि सोच तो मिलती है पर उसे समझ लेने कि जरुरत जीवन मे हर बार रहती है क्योंकि वह कहानी उस सोच से ज्यादा आगे बढती जाती है जब वह सोच हर पल जीवन का हिस्सा बनती है क्योंकि उस से ही जीवन आगे जाता है।
किसी किनारे से जीवन को अलग एहसास देकर आगे जाने कि उम्मीदे मिलती है पर कई बार जीवन कि कहानी हमे सिर्फ किनारे पर नही मिल पाती है हमे जीवन मे जो हर बार अलग तरह कि पुकार के साथ आगे लेकर बढता जाता है।
किसी किनारे से जीवन को समझ लेना ही खुशियाँ हर बार अलग मतलब देकर जाती है क्योंकि जीवन मे कई किसम के मकसद देकर जाती है किनारों से ज्यादा लहरों मे जीवन को समझ लेने कि जरुरत हर बार होती है लहरों पर हिलना जरुरी हो जाता है।
किसी किनारे से जीवन को कई किस्सों मे जिन्दा रहने कि जरुरत हर बार होती है क्योंकि जीवन मे लहरों को समझ लेने कि ताकद हर मौके पर रहती है जो जीवन को कई किस्सों मे आगे लेकर चलती है क्योंकि लहरों मे ही जीवन को समझ लिया जाता है।
किसी किनारे से जीवन को कई किस्सों को समझकर आगे जाने कि जरुरत हर मोड पर रहती है जो जीवन मे लहरों को परखकर आगे लेकर चलती है जीवन कि कहानी किनारों से नही पर लहरों से चलती है जिसे लहरों से समझ लिया जाता है।

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