Tuesday 1 November 2016

कविता. १०२२. किसी सोच के अंदर।

                                           किसी सोच के अंदर।
किसी सोच के अंदर कहानी एहसास देकर चलती है जो सोच को ही अलगसी ताकद देकर जाती है जो विश्वास सोच को समझकर ही तो जीवन मे कदमों को अलग मतलब देकर जाता है जो जीवन मे सोच को अलग तरह का एहसास देकर जाता है।
किसी सोच के अंदर अलग तरह का विश्वास हर मौके पर जिन्दा होता है क्योंकि सोच मे ही तो मौकों का विश्वास हर पल होता है हम उस सोच को समझ लेंगे जिसमे जीवन का विश्वास और मकसद हर पल छुपा होता है जो जीवन को आगे लेकर जाता है।
किसी सोच के अंदर जीवन को समझ लेने कि जरुरत हर मौके मे अक्सर होती है जो जीवन मे कोई अलगसी ताकद देकर चलती जाती है क्योंकि सोच के अंदर ही जीवन मे अलग किसम कि समझ अक्सर रहती है जिसमे रोशनी का एहसास आ जाता है।
किसी सोच के अंदर जीवन को परखकर आगे जाने कि जरुरत हर बार होती है क्योंकि सोच के कई किस्सों मे ही तो जीवन कि दास्तान छुपी रहती है जो जीवन मे सोच को कई किस्सों के साथ जोड देती है जो जीवन कि ताकद होती है जिसे जीवन का विश्वास माना जाता है।
किसी सोच के अंदर जीवन को कई परछाईयों मे पहचान लेने कि आदत रहती है जो सोच को कई किस्सों मे अलग तरह कि समझ देकर चलती है जो सोच के अंदर नया विश्वास हर मोड पर देकर आगे बढती है जिसमे जीवन कि ताकद को समझा जाता है।
किसी सोच के अंदर जीवन को पहचान लेने कि दिशाए हर पल रहती है जो जीवन मे सोच को अलग तरह का विश्वास हर बार देकर चलती है क्योंकि सोच के अंदर ही तो जीवन कि धारा और पहचान होती है जिसे समझ लिया जाता है।
किसी सोच के अंदर जीवन को विश्वास कि धारा हर बार मिलती है जो सोच को परख देकर जाये वह दुनिया जीवन को अलग तरह का एहसास देकर आगे बढती है क्योंकि सोच मे ही जीवन कि कहानी को अलग तरह के किस्सों मे अलग तरह के हिस्सों मे समझा जाता है।
किसी सोच के अंदर जीवन को कई मतलब कि धाराए मिलती जाती है क्योंकि सोच के अंदर जीवन कि कहानी हर पल जिन्दा रहती है जो जीवन मे सोच को कई तरह के किस्सों मे कहती है क्योंकि सोच मे ही जीवन कि ताकद को नापा जाता है।
किसी सोच के अंदर जीवन को कई किस्सों कि शुरुआत दिखती है क्योंकि सोच ही तो जीवन मे खुशियों कि सौगाद लाती है सोच ही लब्जों का एहसास बदलकर आगे जाती है सोच मे ही विश्वास कि कहानी रहती है जिसे जीवन मे समझा जाता है।
किसी सोच के अंदर जीवन को कई इशारों मे समझ लेने कि जरुरत अक्सर रहती है क्योंकि सोच ही तो इन्सान कि ताकद होती है जो इन्सान को कई तरह के विश्वास देकर हर मौके पर आगे बढती है क्योंकि सोच को परख लिया अक्सर कई किस्सों मे जाता है।

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