Tuesday 4 October 2016

कविता. ९६७. पता नही क्यूँ जीवन मे।

                                             पता नही क्यूँ जीवन मे।
पता नही क्यूँ जीवन मे लोगों को अक्सर लगता है हर चाल सही चलते जाये तो दुनिया मे सबकुछ मिलता है अग्यानी का साथ तो आसानी मिलता है इन्सान ग्यान सिर्फ किताबों से नही अपनी समझदारी से सिखता रहता है।
पता नही क्यूँ जीवन मे लोगों को समझ लेना मुश्किलसा लगता है जब सारे दुनिया मे खुदको बेहतर समझकर जीवन मे उनका आगे बढना चलता है कैसे कुछ समझाये उनको जिनका अपनी समझदारी पर ही सिर्फ भरौसा रहता है।
पता नही क्यूँ जीवन मे कई कहानियों मे ही जीवन जिन्दा रहता है हर बार राह पर कोई अलग किस्सा साँसे देकर आगे बढता है जो जीवन को कई किनारों के सहारे हर पल मे समझकर आगे बढता रहता है।
पता नही क्यूँ जीवन मे कई कदमों पर जीवन का आगे बढना होता है जो जीवन मे कई कदमों पर सोच को कितने सारे मकसद देकर आगे चलता है जो जीवन मे हर कदम पर कोई अलग कहानी कहता रहता है।
पता नही क्यूँ जीवन मे कई किस्सों मे जीवन कि दिशाए अलग समझ देकर चलती है जो जीवन मे हर बात को समझकर दुनिया को कई किस्सों मे समझ देता है वह बात को कई तरह के मतलब के सहारे देकर रहता है।
पता नही क्यूँ जीवन मे कई हिस्सों मे अलग तरह कि प्यास को हर बार अलग मौके पर समझ अलगसी होती है जो बात को अलग किसम कि प्यास देकर चलती है वह सही और गलत समझ लेने कि सोच अलगसी रहती है उसमे विश्वास अलग रहता है।
पता नही क्यूँ जीवन मे कई कदमों को समझ अलगसी होती है जिसे समझकर आगे बढते जाने कि जरुरत जीवन को हर मौके पर रहती है जो जीवन मे बाते कई बताकर आगे चलती है जो झुक के बात समझ ले उसमे उस सोच का साया रहता है।
पता नही क्यूँ जीवन मे कई किस्सों को समझकर ही तो जीवन कि कहानी बनती है जो लम्हों के सहारे आगे चलती है जिन्हे समझ लेने कि जरुरत हर एक मोड पर रहती है जो आसानी से उसे समझ ले उसका एहसास गलत रहता है।
पता नही क्यूँ जीवन मे कई किनारों पर सोच अलगसी दिखती है जो जीवन मे हर कदम पर बात कुछ अलग बताकर चलती है जो जीवन मे सोच को कई किस्सों कि ताकद देकर आगे बढती रहती है जो बात सच्चा इन्सान बनाये उसका विश्वास सही रहता है।
पता नही क्यूँ जीवन मे कई कदमों को समझकर आगे बढते जाने कि जरुरत हर दिशा मे लगती है क्योंकि जीवन मे कई किनारों पर अक्सर कहानी को समझकर आगे चलते जाने कि जरुरत पडती है जिसमे साँसों को आगे ले जाने कि उम्मीदों का एहसास रहता है।

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