Sunday 16 October 2016

कविता . ९९०. फूलों के साथ पत्ते।

                                                              फूलों के साथ पत्ते।
हर बाग मे फूलों कि खुशबू को अलग मतलब बनते जाते है क्योंकि फूलों से ही बाग मे हम बहार लाते है एक फूल माना कि बाग का चिराग है पर बिना पत्तों के कहाँ हम बाग को समझ पाते है हम बागों मे एहसास लाते है।
हर बाग फूलों को कई रंगों मे एहसास देकर चलती है जो फूलों के अंदर अलग विश्वास देकर आगे बढती जाती है जो फूलों को कई किसम के मतलब देकर दुनिया को कई रंगों पर हर बार लगती है जिसे हम जीवन मे जी कर आगे लाते है।
हर बाग मे फूलों को समझकर एहसास करते हुए जाने कि जरुरत होती है क्योंकि फूलों कि कोमलता को अलग तरह कि समझ देकर चलती है जिसे जीवन मे परख लेने कि जरुरत होती है पर पत्तों से ही उनकी सुंदरता बनती है जिसको हम आगे लाते है।
हर बाग मे फूलों कि खास जगह होती है पर वह पत्तों के बीच मे ही रहती है क्योंकि पत्तों के साथ ही तो फूलों कि खुशियाँ रहती है जो जीवन को मतलब देकर आगे बढती है जिसे हम जीवन मे आगे लेकर जाते है हम खुशियों को अक्सर आगे लाते है।
हर बाग मे फूलों का एहसास जुदा होता है फूलों का जीवन पत्तों मे ही होता है फूलों को परखकर ही तो बगीचा बनता है पत्तों के भीतर फूलों का एहसास रहता है जो पत्तों मे ही दुनिया को जिन्दा करता है जो जीवन मे हर बार खुशियाँ हासिल करता है इसलिए तो दुनिया मे समझ लाते है।
हर बाग मे पत्तों को अलग किसम का मतलब जीवन मे आता है फूलों के अंदर पत्तो के अंदर कई किसम का एहसास जिन्दा हो जाता है पत्तो मे ही तो फूलों का एहसास रहता है जीवन मे हर बार खुशियाँ लेकर आता है पत्तों ही  फूलों के एहसास के संग जीवन का मतलब लाते है।
हर बाग मे फूलों से ज्यादा पत्तो कि जरूरत का एहसास होता है पत्तो के अंदर फूलों कि अलग सोच का एहसास होता है  जीवन को अलग सोच देकर जाता है फूलों के अंदर पत्तो को अलग एहसास हर किस्से मे जीवन को कई एहसास को परख लेना जरुरी रहता है पत्ते ही तो फूलों के लिए उम्मीदे लाते है।
हर बाग मे फूलों के अंदर पत्तों का एहसास होता है जो पत्तों का अलग मतलब होता है क्योंकि फूलों के अंदर पत्तों के अंदर खूबसूरती का एहसास होता है फूलों के अंदर खूबसूरत एहसासों कि पहचान देता है फूलों के अंदर कई चीजे पत्तो के साथ ही हम आगे लेकर लाते है।
हर बाग मे फूलों के अंदर पत्तों को समझ लेना ही जरूरी होता है फूलों मे ही तो पत्तों का एहसास रहता है जो जीवन मे अलग विश्वास हर बार देकर जाता है हम फूलों को पत्तों के बीच मे ही तो पाते है क्योंकि पत्तों मे फूल अपनी खुशियाँ पाते है पत्ते ही फूलों कि मुस्कान लाते है।
हर बाग मे फूलों के अंदर हम हर बार जो जीवन जी लेते है हम हर मोड पर फूलों मे खुशियाँ हासिल करना चाहते है क्योंकि पत्तो मे ही तो फूलों की खुशियाँ जिन्दा रहती है क्योंकि पत्ते ही फूलों के सबसे अच्छे साथी होते है तो बिना पत्तो के फूलों मे खुशियाँ हम कहाँ लाते है। 

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