Saturday 8 October 2016

कविता. ९७४. नदीयाँ के अंदर पानी।

                                             नदीयाँ के अंदर पानी।
नदीयाँ के अंदर पानी को समझकर आगे कई तरह कि चमक हर बार रोशनी हर मौके पर आगे लेकर चलती है जिसे नदीयाँ के अंदर वह सुंदरता दिखती है उसे दुनिया को अलग तरह कि सोच देकर आगे बढते रहने कि जरुरत रहती है।
नदीयाँ के अंदर पानी को समझकर अलग एहसास को समझकर आगे बढते जाने कि जरुरत हर एक कुदरत के हिस्से मे जिन्दा रहती है जो नदीयाँ को परखकर आगे चलते जाने कि सुंदरता जीवन को समझ देकर आगे लेकर चलती रहती है।
नदीयाँ के अंदर पानी को समझकर ही तो जीवन मे अलग तरह कि सोच जीवन को प्यास देकर चलती है जो नदीयाँ को कई किनारों से समझ अलगसी देकर हर मौके पर कुछ अलग दिशा मे आगे बढती है जो जीवन को उम्मीदे देकर चलती रहती है।
नदीयाँ के अंदर पानी को समझकर ही तो जीवन मे कई कदमों कि सौगाद हर बार मिलती है जो पानी मे कई किस्सों को जिन्दा करती है पानी के अंदर ही तो जीवन को कई किसम के साँसों कि कहानी आगे ले जाकर चलती रहती है।
नदीयाँ के अंदर पानी को परखकर आगे बढती जाती है नदीयाँ के भीतर कई तरह कि प्यास छुपी रहती है जो नदीयाँ मे कई कदमों को पानी कि शीतलता दिखाती जाती है जो जीवन को कई किस्सों मे समझ देकर आगे बढती रहती है।
नदीयाँ के अंदर पानी को समझकर ही तो दुनिया कई किस्सों मे समझ लेने से जीवन कि सोच को नई खुशियाँ देकर रफ्तार देकर आगे बढती जाती है जो नदीयाँ को समझ लेने कि कहानी को समझकर जीवन को अलग असर देकर रहती है।
नदीयाँ के अंदर पानी को समझकर ही कई खुबसूरत एहसासों कि जरुरत जीवन को अलग तरह कि समझ मकसद देकर आगे चलती है क्योंकि नदीयाँ ही हर मोड पर आगे बढते जाने कि जरुरत जीवन कि कहानी को बदलाव हर बार देकर रहती है।
नदीयाँ के अंदर पानी को समझकर हर बार एहसासों को समझकर चलते रहने कि जरुरत हर मौके पर होती है जो नदीयाँ को पानी मे एहसास अलगसा देकर आगे बढती है क्योंकि नदीयाँ रुकने कि जगह हर बार मुडकर दुजी राह देकर चलती रहती है।
नदीयाँ के अंदर पानी को कई रंगों को अलग तरह कि चीजे दिखती है जो पानी के अंदर कई तरह कि चीजे हर बार वक्त दिखाती है जो नदीयाँ के अंदर कई तरह के एहसासों को परखकर दुनिया को हर मौके पर कोई अलग किसम कि जरुरत जीवन मे रहती है।
नदीयाँ के अंदर पानी को कई किसम के एहसासों को परखकर जीवन कि खुशबू रहती है जो जीवन को कई किस्सों मे चुपके से आगे चलना सिखाती रहती है जो नदीयाँ को परखकर जीवन को अलग तरह से समझ लेते है उनके रास्ते गमों मे भी खुशियों से भरी मंजिल रहते है।

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