Saturday 24 September 2016

कविता. ९४७. मौसम के एहसास को हर बार।

                                    मौसम के एहसास को हर बार।
मौसम के एहसास को हर बार समझ लेने कि जरुरत होती है क्योंकि मौसम कि कहानी हर बार अलग मतलब देकर आगे बढती है जो जीवन को मौसम के बदलाव देकर चलती है जो जीवन को मौसम के संग सोच अलगसी रहती है।
मौसम के एहसास को हर बार सोच अलगसी रहती है क्योंकि मौसम के बदलाव के संग हवाओं कि दिशाए बदलती जाती है जो मौसम को हर मौके पर अक्सर सोच अलगसी देकर आगे चलती है जिसमे उम्मीदे सच्ची रहती है।
मौसम के एहसास को हर पल कहानी बदलती जाती है जिन्हे समझकर आगे बढते जाने कि आस जीवन मे एहसास जुदासा लाती है मौसम को कई रंगों मे दुनिया आगे लेकर चलती जाती है जिसमे अलग एहसास देकर रहती है।
मौसम के एहसास को हर मौके पर जीवन को अलग तरह कि सोच मिलती जाती है जो जीवन को हर मौके पर मौसम के अंदर बदलाव का एहसास अलगसा देकर आगे चलते जाने कि जरुरत हर एक मौसम मे जिन्दा रहती है।
मौसम के एहसास को हर बार अलग तरह कि दिशाए मिलती रहती है उनको मौसम के अंदर पहचान लेने कि जरुरत हर बार होती है जो मौसम के अंदर सोच को हर मौके पर अलग एहसास देकर वह हर बार जिन्दा रहती है।
मौसम के एहसास को हर कोने मे हर मौके पर हर पल कोई कहानी कहती है हर बार हवाए नही कभी कभी मौसम कि कहानी भी आगे बढती है जो जीवन को आगे लेकर चलती है जो जीवन मे कई किस्सों को आसानी से कहती रहती है।
मौसम के एहसास को हर बार जीवन को अलग तरह कि चाहत हर बार होती है जीवन को कई किस्सों मे रंग अलग देकर आगे चलती है जो मौसम के बदलाव कि कहानी हर बार कहती जाती है मौसम तो मन के होते है जिनमे दुनिया जिन्दा रहती है।
मौसम के एहसास को हर मौके पर अलग तरह कि उम्मीदे मिलती रहती है जिन्हे समझ लेने पर ही तो दुनिया अक्सर कई दिशाए जिन्दा करती जाती है जो मौसम के एहसास को बदलाव देकर हर बार आगे बढती रहती है।
मौसम के एहसास को हर बदलाव देकर दुनिया आगे बढती है जो मौसम के फर्क को जीवन कि कहानी कहती है जो मौसम के एहसास को अलग कहानी कहती है जो जीवन मे हर मौके पर मौसम को बदलकर आगे बढती रहती है।
मौसम के एहसास को हर मौके पर अलग समझ मिलती है जो मौसम को समझ तो अलगसी देकर चलती है जो दुनिया को एहसास जुदासा देकर चलती है जो जीवन मे हर मौके पर मौसम के बदलाव को कहती रहती है।

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