Monday 26 September 2016

कविता. ९५१. हर लम्हे मे कोई अलग किनारा।

                                                    हर लम्हे मे कोई अलग किनारा।
हर लम्हे मे कोई अलग किनारा तो दिखता है जिसे लम्हे के सहारे संसार आगे लेकर चलता है जो जीवन को लम्हों मे हर बार अलग एहसास देकर चलता है जो लम्हों के संग जीवन कि कहानी को हर मौके पर बदलाव देकर चलता जाता है।
हर लम्हे मे कोई अलग एहसास जीवन को जुदा कर देता है जिसे परख लेना हमे हर मौके पर एहसास अलगसा दे जाता है जो लम्हों को कई तरह कि समझ देकर चलता जाता है जो हर लम्हे मे कोई अलगसी सोच देकर साँसों का एहसास बदलकर चलता जाता है।
हर लम्हे मे कोई अलग सोच जीवन को समझ तो अलगसी दे जाती है जो जीवन के एहसास को समझ अलग देकर आगे बढता है जो लम्हों को अलग तरह से समझ लेने कि सोच जीवन को देकर आगे बढता हुआ अक्सर चलता जाता है।
हर लम्हे मे कोई अलग किनारा हर बार जीवन को मिलता जाता है जो जीवन कि कहानी को अलग तरह कि प्यास देकर आगे बढता जाता है हर लम्हे को समझकर जीवन कि कहानी को हर बार अलग किस्सा आगे लेकर चलता जाता है।
हर लम्हे मे कोई अलग किनारा हर बार जीवन को पहचान अलगसी देकर जाता है जो लम्हों कि कहानी को एहसास अलगसा देकर आगे बढता जाता है जो लम्हों कि ताकद बनकर जाता है जो जीवन को किनारों मे जिन्दा करता जाता है।
हर लम्हे मे कोई अलग किनारा हर पल असर करता है हर लम्हे को हर कदम कोई असर कर जाती है हर लम्हे जीवन को कोई अलग सोच देकर आगे लेकर जाता है जो हर लम्हे के अंदर कोई अलग सोच और मतलब देकर आगे चलते हुए जाता है।
हर लम्हे मे कोई अलग किनारा जीवन मे कई किसम कहानियाँ जीवन को बदलाव देकर आगे चलती हुई जाती है जो जीवन को समझ देती है जीवन के अंदर अलग किसम कि प्यास जो जिन्दा हो जाती है हर लम्हे मे कई तरह कि सोच जिन्दा कर जाता है।
हर लम्हे मे कोई अलग किनारा जिन्हे समझकर आगे बढना जरुरी हर बार होता है हर मोड को समझ लेना हर बार जरुरी होता है हर पल लम्हे मे जीवन को अलग तरह का एहसास हर मौके पर होता है जो जीवन को लम्हों से जोडता हुआ हर बार जाता है।
हर लम्हे मे कोई अलग किनारा देकर आगे चलता रहता है क्योंकि लम्हों के अंदर जीवन कि अलग राहो से अलग असर करता हुआ आगे बढता जाता है हर लम्हा जीवन मे कई किनारे देकर आगे चलता हुआ जाता है जो जीवन को कई किनारों को समझकर आगे जाता है।
हर लम्हे मे कोई अलग किनारा कोई सोच दे जाता है  जीवन को कई दिशाओ मे नई ताकद मिलती रहती है जीवन तो कई लम्हों को समझकर आगे लेकर चलता जाता है जो लम्हों के साथ जीवन तो कई किनारे मे जिन्दा हो जाता है क्योंकि लम्हों से ही तो अक्सर जीवन जिन्दा हो जाता है। 

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