Wednesday 21 September 2016

कविता. ९४१. फूलों को समझ लेने कि जरुरत।

                                             फूलों को समझ लेने कि जरुरत।
फूलों को समझ लेने कि जरुरत हर बार होती है जब उनको समझ लेना चाहते है काटों कि समझ अपने आप आती है फूलों कि डाली पर काटों कि कहानी होती है जो जीवन मे कई मौकों पर बदलाव कई तरह के देती है जो फूलों कि समझ देकर जाती है।
फूलों को समझ लेने कि ताकद हर बार जीवन मे होती है जो काटों का दर्द समझले उसे ही तो फूलों कि समझ आ जाती है फूलों के चाहत से बढकर काटों कि समझ फूलों को समझ लेने के लिए हर बार अहम नजर आती है जो जीवन को नया रंग देकर जाती है।
फूलों को समझ लेने कि ताकद काटों के साथ ही आती है जो जीवन मे हर बार बदलाव देकर आगे बढती जाती है जो फूलों को कई किस्सों मे समझ लेना सिखाती है फूलों से ज्यादा जीवन मे काटों कि चुभन ही फूलों के अंदर कि बात बताती जाती है।
फूलों को समझ लेने कि जरुरत काटों को समझकर आती है जो फूलों को अक्सर काटों का दोस्त बताती है कितना भी नाजूक फूल क्यूँ ना हो उसे काटों से नफरत नही होती है फूलों कि कहानी हर पल काटों से ही तो जुडी हुई नजर आ जाती है।
फूलों को समझ लेने कि जरुरत हर पल होती है जो काटों को हर कदम पर साथ देकर चलती रहती है जो फूलों के साथ काटों कि कहानी भी बनाती है जिसे परखकर आगे चलते जाने कि जरुरत फूलों के संग काटों को भी हो जाती है।
फूलों को समझ लेने कि ताकद जीवन को एहसास और नया मतलब देकर चलती रहती है जो काटों के साथ ही तो दुनिया कि कहानी कहती है जिसे परख लेने कि जरुरत जीवन मे हर बार आगे बढती रहती है जो जीवन मे आगे लेकर जाती है।
फूलों को समझ लेने कि जरुरत हर बार रहती है पर फूलों संग काटों कि जिन्दगी भी हर पल रहती है जो जीवन को कई किस्सों मे आगे लेकर चलती है फूलों को काटों के संग समझ लेने कि जरुरत होती है जो फूलों से बढकर काटों से भी निपटने कि सोच देकर जाती है।
फूलों को समझ लेने कि राहों पर हर मोड पर अलग जरुरत होती है जो फूलों के बाद काटों कि दुनिया को हर बार समझ लेती है क्योंकि फूलों को भी काटों के संग रहने कि आदत होती है काटे तेज सही पर उनमे भी उनकी खूबी रहती है जो खुशियाँ दे जाती है।
फूलों को समझ लेने कि जरुरत जीवन मे रहती है क्योंकि जीवन मे अक्सर काटों कि कहानी फूलों से ही तो सुननी पडती है जो जीवन मे काटों को अलग मतलब देकर रहती है फूलों से ही तो अक्सर हमारी दुनिया बदलती है जो जीवन कि कहानी बताती जाती है।
फूलों को समझ लेने कि जरुरत हर कदम पर कोई अलग पहचान देती रहती है जो फूलों से ज्यादा काटों से निपटने कि ताकद जब देती है तो काटों के संग ही फूलों कि कहानी बनती रहती है जो जीवन मे फूलों से ज्यादा काटों कि बाते समझाकर आगे जाती है।

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