Friday 26 August 2016

कविता. ८८९. कभी कभी किसी आवाज को।

                                           कभी कभी किसी आवाज को।
कभी कभी किसी आवाज को एहसास जुदासा होता है जो कहता है बहोत कुछ हमारे मन को पर फिर भी जीवन मे छुपासा रहता है जो जीवन कि आवाज कुछ अलग बताकर हर मोड पर हर मौके पर आगे चलता रहता है।
कभी कभी किसी आवाज को परखकर जीवन कि बात हर बार खुशियों से भरती है जो हमारी दुनिया को एहसास कई तरह के देती रहती है जो जीवन कि आवाज को हर बार बदलकर कुछ अलग बनाकर चलती रहती है।
कभी कभी किसी आवाज को परखकर जीवन कि धारा को पहचान लेने कि जरुरत हर बार होती है जो जीवन के एहसासों को आवाज जुदासी देती है जो दुनिया को हर बार समझ अलग तरह कि देती है जीवन मे प्यास अलग जिन्दा कर देती है।
कभी कभी किसी आवाज को समझकर दुनिया मे मदद अलग तरह कि मिलती है जो जीवन हो हर दिशा मे आगे लेकर चलती है आवाज को अलग किसम कि ताकद हर बार मिलती रहती है जो जीवन को अलग समझ दे जाती है।
कभी कभी किसी आवाज को समझकर आगे चलते रहने कि जरुरत हर बार होती है जो जीवन को अलग मोड पर ले जाती है जो जीवन को एहसास अलगसा देकर चलती है जो दुनिया को अलग पहचानकर हर बार आगे बढती है।
कभी कभी किसी आवाज को कई अंदाज मे समझ लेने कि जरुरत रहती है क्योंकि आवाज ही तो जीवन कि अक्सर उम्मीद बनती है जो जीवन को हर बार आगे लेकर चलती है जीवन कि धारा को अलग किसम कि पहचान हर मौके पर देकर चलती है।
कभी कभी किसी आवाज को समझ लेने कि जरुरत जीवन मे हर मौके पर रहती है जो जीवन कि धारा को अलग एहसास देकर आगे बढती जाती है क्योंकि आवाज ही तो जीवन को अंदाज जुदासा देकर चलती रहती है जो जीवन कि धारा को समझ देकर चलती है।
कभी कभी किसी आवाज को समझ लेने कि ताकद जीवन कि दिशाए बदलती रहती है जो जीवन कि पुकार का मतलब बदलकर रख देती है जीवन मे सोच जुदा तरह कि रखती है जो जीवन कि धारा को बदलाव हर बार हर मौके पर देकर आगे चलती है।
कभी कभी किसी आवाज को एहसास जुदा तरह का मकसद देकर आगे चलता है जो आवाज को एक और ही अंदाज देकर आगे चलती है जो जीवन की दिशाए बदलती रहती है जो जीवन को उम्मीदे अलग तरह कि देकर आगे चलती रहती है।
कभी कभी किसी आवाज को पहचान देने कि जरुरत रहती है जो जीवन को हर बार कई कोनों मे आवाज अलगसी लगती है क्योंकि वह आवाज ही तो हमारे सोच कि पहचान बनती है जो जीवन कि ताकद होती है जो आवाज बनकर दुनिया का एहसास बदलती है।

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