Monday 22 August 2016

कविता. ८८०. हर ख्वाब को।

                                                         हर ख्वाब को।
हर ख्वाब को जी लेने कि चाहत भी हर बार अहम नजर आती है जो ख्वाब को नई पहचान नई रफ्तार देकर आगे बढती चली जाती है क्योंकि ख्वाब मे ही हमारी दुनिया रहती है ख्वाब को समझ लेना ही जीवन कि जरुरत हर बार रहती है।
हर ख्वाब को समझ लेने कि चाहत भी तो जीवन कि रोशनी बनकर आगे बढती जाती है जिसे समझ लेने कि जरुरत जीवन को हर बार होती है जो जीवन कि कहानी को हर पल अलग अलग रंगों मे उजागर कर के आगे बढती जाती है।
हर ख्वाब को समझकर जब हम आगे बढते है तभी तो जीवन को अलग तरह कि प्यास देकर जाती है जो जीवन की ख्वाबों को साँसे देकर आगे चलते जाती है क्योंकि ख्वाबों मे ही जीवन कि पहचान हर बार हर पल जिन्दा रहती है।
हर ख्वाब को समझकर आगे चलते चलते जिन्दगी का एहसास देकर आगे बढती जाती है जो ख्वाब को अलग सुबह देकर आगे बढती जाती है जो ख्वाबों कि कश्ती आगे लेकर चलती जाती है जो जीवन को अलग तरह कि सोच देकर जाती है।
हर ख्वाब को समझकर आगे चलती जाती है वह राह तो जीवन का सही खयाल होती है जो जीवन को नया मतलब और मकसद दे जाते है वह ख्वाब को नई उम्मीदे और रफ्तार देकर आगे चलते जाते है ख्वाब ही जीवन कि सबसे बडी उम्मीद होते है।
हर ख्वाब को अलग अलग तरह कि पहचान जीवन कि सोच दे जाती है वह जीवन को हर बार सुबह देकर आगे जाते है रोशनी कि ताकद ख्वाब जीवन को दे जाते है हम ख्वाबों के महलों मे ही तो जीवन को जिन्दा हर बार हर पल रखना चाहते है।
हर ख्वाब को हम अपनी जीवन कश्ती मे जीना चाहते है ख्वाब को ही तो समझकर हम आगे बढते जाना चाहते है जिन्हे समझ लेते है वह ख्वाब ही हमारी दुनिया बना लेते है हम ख्वाबों के संग ही तो एहसासों को जिन्दा रखना चाहते रहते है।
ख्वाब ही तो जीवन कि नई रफ्तार बनते है हम ख्वाबों को चाहते है क्योंकि ख्वाबों के बिना हम अपनी दुनिया कहाँ समझ पाते है ख्वाबों को ही तो हम जीवन मे समझ लेना चाहते है क्योंकि ख्वाब ही तो दुनिया कि सच्ची तसबीर नजर आते है।
ख्वाब ही तो जीवन कि कहानी बताते है जिन्हे समझ लेना हम हर बार जरुरी समझते है क्योंकि ख्वाब ही तो जीवन कि ताकद दिखाते है जिन्हे समझ लेने कि चाहत मे ही तो हर दुनिया के हर एक किनारे को हर एक पल देखना चाहते रहते है।
ख्वाब ही तो जीवन कि वह चाबी होते है जिसे समझकर हम दुनिया के हर दिन मे हर पल के अंदर खुशियाँ पाते है क्योंकि ख्वाबों कि कहानी को ही तो जीवन समझ लेना चाहते है जीवन कि हर धारा को जीवन परख लेना चाहते है पर अक्सर वह उसे ख्वाब मे पाते है।

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