Saturday 2 July 2016

कविता. ७७९. घरोंदों कि कहानी।

                                                घरोंदों कि कहानी।
घरोंदा जीवन को एक अलग पेहचान देता है हर बसेरा अपनी अलग कहानी बताता है चाहते कितना भी हम चाहते घरोंदा अलग होता है।
हर घरोंदे  का एहसास जीवन को समझ लेना हर बार जरुरी होता है घरोंदा ही तो जीवन कि कहानी हर बार बताता रहता है।
क्योंकि हर घरोंदा एक ही बात हर बार नही बता सकता है उसे समझ लेना जीवन मे एक अलग कहानी बताता है जो जीवन को बदलकर जाती है।
हर घरोंदा जीवन मे एक जैसा नही होता है उस घरोंदे मे कुछ अलग ही एहसास छुपा रहता है फिर क्यूँ हम घरोंदो को हम एकसा देखना चाहते है।
किसी घरोंदे को समझकर आगे बढते रहना जरुरी होता है पर हर घरोंदा एक तरह का हो यह जिद्द रखना हर पल सही नही होता है।
घरोंदे को समझ लेना हर पल हमे आगे लेकर जाता है जीवन मे घरोंदा अपनी दुनिया कि कहानी हर पल कहता जाता है।
पर जब हम हर घरोंदे को एक ही तरीके से परख ले तो बसेरा जीवन को बदलकर आगे बढती जाता है वह हमे समझकर आगे चलता रहता है।
जीवन को घरोंदे से जोड तो लेते है पर जीवन कि धारा वह हर पल कहाँ समझ पाते है जीवन को परख लेेने से जीवन कि दिशाए बदलती जाती है।
हर घरोंदा अलग होता है जिसके अंदर एहसास अलग होता है जो दो घरोंदों से अच्छा बूरा चुनना चाहे वह बस घरोंदों को तोडता है।
जीवन मे हर घरोंदा प्यारा है तो क्यूँ माँपे उसको जिसमे हर पल इन्सान अपनी किस्मत को जोडता है जो जीवन को समझ लेता है।

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