Wednesday 13 July 2016

कविता. ८००. किसी किरण मे रोशनी।

                                            किसी किरण मे रोशनी।
किसी किरण मे रोशनी जीवन को समझकर आगे ले चलती है जो जीवन को परखकर आगे बढती जाती रहती है जो हमे उम्मीदे देकर आगे ले चलती है।
किसी किरण मे जीवन को अलग एहसास दे जाती है वही सोच हमारे जीवन मे अलग एहसास दे के जीवन को समझकर हर पल आगे लेकर बढती जाती है।
किसी किरण मे जीवन कि कहानी हमे ताकद देकर जाती है जो हमे परखकर आगे बढती जाती है जिसे समझकर आगे चलती जाती है जो ताकद दे जाती है।
किसी किरण को समझ लेना हर पल जरुरत लगती है जो जीवन मे रोशनी बनकर आगे बढती जाती है हमे नई उम्मीदे देकर आगे चलती रहती है।
किसी किरण मे हमे समझ लेने कि ताकद हर मोड पर नजर आती है जो हमारे जीवन मे कई बार अलग अलग किसम के कदम देकर चलती जाती है।
किसी किरण मे हमे जीवन को परख लेने कि अहमियत हर पल होती है जो हमे आगे बढती जाती है जो मतलब देकर आगे चलती जाती रहती है।
किसी किरण को परखकर आगे चलते जाने कि जरुरत हर मौके पर दुनिया को दिखती है जिसकी जीवन मे एक अलग तरह कि सोच नजर आती है।
किसी किरण मे हमे पल पल दुनिया को परखकर आगे जाने कि जरुरत होती है जीवन मे किरणों को समझकर आगे जाने कि जरुरत हर पल दिख पाती है।
किसी किरण कि कोई रोशनी जीवन मे सुबह लाती है जिसे समझकर जीवन कि कहानी हर मोड पर हर पल कुछ अलग अंदाज मे बदलती जाती है।
किसी किरण मे हमे अपने जीवन के कई किरदारों को समझकर आगे बढने कि उम्मीदे देने कि ताकद हर बार नजर आती है जो हमे आगे बढना सिखाती है।

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