Saturday 4 June 2016

कविता ७२२. कोई अंदाज जीवन का

                                                कोई अंदाज जीवन का
जीवन के राह पर तो सभी चलते है पर हम कितने खुश होते है जब वह साद सुनते है वह आवाज सुनते है उम्मीदे पाते है
किसी अंदाज मे कुछ ऐसा एहसास अलग होता है जो जीवन कि बात को बदल देता है जीवन कि बात बदलकर आगे जाता है
हर अंदाज को समझ लेना ही तो जीवन कि सबसे बडी जरुरत जीवन मे होती है जो आगे लेकर हर पल जीवन को खुशियाँ दे जाती है
किसी अंदाज को समझ लेना जीवन को समझ लेना जीवन कि अहम जरुरत होती है जो जीवन को आगे लेकर चलती जाती है
हर अंदाज को जीवन मे समझ लेने कि जरुरत होती है जो जीवन कि ताकद बनकर आगे बढती जाती है जो जीवन को मतलब दे जाती है
हर अंदाज को समझ लेना ही तो जीवन कि जरुरत होती है जो जीवन कि एक अलग तरह कि साद होती है जो खुशियाँ दे जाती है
हर अंदाज को परख लेने कि जीवन को अलग किसम कि जरुरत हर बार होती है जो जीवन को रोशनी देकर आगे बढती जाती है
हर अंदाज मे ही तो अक्सर हमारी दुनिया बसती है जो जीवन का एहसास बदलकर आगे बढती जाती है रोशनी देकर आगे जाती है
हर पल जीवन कि राह उस अंदाज से मजबूत बन जाती है कभी कभी किसी के आँखों कि मासूमियत भी जीवन मे फौलाद बनकर नजर आती है
जीवन कि राह किसीकी मासूम चाहत से आगे बढती चली जाती है जीवन कि सोच ही तो हमारी किस्मत बनकर आगे बढती जाती है  ो

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