Saturday 21 May 2016

कविता ६९४. नये खयाल को समझ लेना

                                        नये खयाल को समझ लेना
किसी नये खयाल को समझ लेने कि जरुरत हर बार होती है जीवन कि कहानी समझ लेने कि जरुरत हर कदम पर होती ही है
जब किसी नये मोड कि शुरुआत हो तो दुनिया कहाँ बनती है जिसमे हर कदम पर आगे जाने कि जरुरत होती है
नये खयाल को परखकर आगे बढकर जाने कि जरुरत होती है क्योंकि जिन्दगी हर रोज कुछ नया सिखा लेती है
जीवन कि धारा तो हर पल बदलती रहती है जीवन को परखकर आगे बढने कि हर कदम पर अहमियत जीवन मे होती है
हर सही खयाल को जिन्दा रखना ही तो दुनिया कि जरुरत होती है हम जीते चाहे हारे दुनिया मे हर बार अलग उम्मीदे होती है
हर पल हर मोड पर दुनिया तो बदलती रहती है जीवन कि खुशियाँ हर पल रंग बदल कर आगे लेकर चलती रहती है
हर राह को समझकर आगे बढकर जाने कि हमे हर बार जरुरत होती है जीवन को  परखकर जाने एक अलग अहमियत होती है
पर जीवन को समझे बिना जीवन कि गाडी आगे नही बढती है उसे बार बार समझकर ही आगे जाने कि जरुरत होती ही है
जीवन के अलग अलग खयालों को समझकर जीवन को परख लेने कि जरुरत हर राह पर हमेशा होती ही है जिनके अंदर दुनिया हर पल जिन्दा रहती है
जीवन मे खयालों को समझकर हर मोड पर अलग दुनिया को समझ लेने कि जरुरत होती है जीवन मे खयालों के अंदर ही तो हमारी दुनिया रहती है  ा   ा

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