Sunday 6 March 2016

कविता ५४२. सीधी राह के अलग मोड

                                           सीधी राह के अलग मोड
कभी कोई बात आसानी से समझ मे आ जाती है तो जीवन कि धारा बडी सीधी बन जाती है जिसे परख लेते है तो रोशनी मिल जाती है
बात सीधी चलती है पर कभी कभी वही बात हमे टेढी नजर आती है सीधी बातों कि भी अलग अपनी एक कहानी बन जाती है
जब सही बात जीवन मे आ जाती है तो जीवन कि दिशाए बदलती हुई नजर आती है जिस राह को सीधे से हम चलना चाहते है
जीवन मे कभी कभी बात सीधी नही नजर आती राह अलग दिख जाती है जो हमे आसानी से समझ लेनी है वह बात बदल जाती है
जीवन कि हर राह जिसे हम परख लेते है वह आगे नही ले कर जाती है जीवन मे वह राह कई तरह के मोड चुपके से ले आती है
जो कभी कभी कुछ ऐसा होता है जीवन कि सीधी चलनेवाली राह टेढी बन जाती है जो जीवन कि एक अलग दिशा दिखाती है
राह जो सीधी जा पाती है वह राह बडी अलग तरीके से मुड जाती है जो जीवन कि नई शुरुआत लेकर हर पल आगे ले जाती है
जब सीधी राहे बदल जाए तो दुनिया बदलती है ऐसा नही है कि खुशियाँ कम होती है कभी कभी वह राहे खुशियाँ भी बढा देती है बस थोडीसी वह मुश्किल बन जाती है
जीवन कि सीधी राहे हर बार बदल लेने कि दुनिया को जरुरत होती है सीधी चाल ही जीवन कि सही सोच बन जाती है
राह पर अलग अलग तरीके से चलने कि हर बार जरुरत होती है क्योंकि जीवन मे राहे ही तो हमे आगे बढ जाने का मौका हर बार देती है
सीधी तरीके से जाने कि जगह कभी कभी मुश्किल तरीके से आगे बढने कि जीवन मे हर बार हर मोड पर जरुरत होती है

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