Friday 11 March 2016

कविता ५५२. कोई खयाल

                                                     कोई खयाल
हर मोड पर कुछ तो असर होता ही रहता है जब कोई खयाल जीवन को जिन्दा कर जाता है जिसे पाने पर जीवन बदल जाता है
सोच को समझ लेना हर बार सही एहसास और मकसद दे जाता है जो हमारी जीवन के किनारों से बदलाव हर बार नजर आता है
किसी खयाल को समझ लेना ही जीवन को मतलब दे कर आगे बढाता है जीवन मे खयालों से ही रोशनी होती है जिन्हे जीने से ही किस्मत बनती है
हर खयाल मे ही जीवन मे अलग अलग मोड आते है जिनमे दुनिया कि जरुरत होती है हर साँस हर सुबह छुपी होती है
हर लम्हा उस खयाल का एहसास होता है जो जीवन को नई दिशा दिखाता है जीवन मे रोशनी कि शुरुआत देता है
किसी खयाल को बार बार परख ले तो दुनिया कि रोशनी बनती है पर हर खयाल उतना प्यारा नही होता है कोई खयाल चोट कि बजह बन जाता है
पर किसी खयाल पे रुकना ही सही मकसद दे जाता है उस खयाल कि आवाज से ही दुनिया मे अलग एहसास मिल जाता है जो मतलब दे जाता है
हर खयाल मे तलाश तो जीवन कि हर बार होती ही है जिसे समझकर आगे बढने मे ही हमारी किस्मत बनती है उसमे ही कई परछाई दिखती है
किसी खयाल से ही जीवन को मतलब दे जाती है जिसमे जीवन कि अलग कहानी हर बार हर राह पर आसानी से जिन्दा हो जाती है
उस खयाल मे ही जीवन कि ताकद छुपी होती है जो हमे नई शुरुआत दे के साथ ले जाती है नई उम्मीदे और रोशनी कि ताकद दे जाती है
किसी खयाल मे ही जीवन कि कहानी खुबसूरत होती है जो हमे सच्ची ताकद देकर आगे ले जाती है जीवन कि कहानी को अलग समझ दे पाती है

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