Wednesday 3 February 2016

कविता ४७८. दिशा को समज लेना

                                                             दिशा को समज लेना
हर दिशा में कोई मतलब छुपा होता है जीवन का कोई भी हिस्सा ऐसा नहीं है जिसे जीना जरुरी नही होता है जीवन के हर मोड़ पर अलग मतलब लिखा होता है
हर दिशा में हम जीवन को समझ लेते है जीवन की धारा को मतलब समझ कर हर मोड़ पर संभल लेते है पर जीवन का कोई भी हिस्सा बिना मतलब का नहीं होता है
जीवन की किसी दिशा में जीवन का किस्सा छुपा है उस दिशा को समझ लेना नई शुरुआत देता है जीवन में कई दिशाए हर पल होती है जिन्हे समझ लेना आसान होता है
किसी कोने में और किसी दिशा में जीवन का अलग एहसास जिन्दा होता है जिसे परख लेना आसान नहीं होता है हर दिशा में जब जब हम सोचते रहते है कोई किनारा मिलता है
हम दिशाओं को हर पल समझ तो लेते है क्योंकि उन दिशाओं से ही जीवन का एहसास मिलता है जीवन को समझ लेना बड़ा आसान लगता है
पर कुछ दिशाए ऐसी भी होती है जिनमे सिर्फ अँधियारा दिखता है उनके पास जाए या ना जाए इस खयाल से जीवन अपनी सोच हर पल बदल लेता है
दिशाए तो जीवन में अलग सोच किनारा देती है उस दिशा को परख लेना और फिर आगे बढ़ना जरुरी होता है जिसके अंदर कभी कभी अँधेरा रहता है
हर दिशा को समझ लेना जीवन में जरुरी होती है क्योंकि दिशा में ही जीवन का तराना समझ लेना हर पल जरुरी लगता है उस दिशा में जीवन जिन्दा रहता है
जीवन को परख लेना हर बार सहारा देता है एक दिशा में ही जीवन को अलग अलग किनारा मिलता है जीवन को समझ लेते है तो शुरुआत अलग हर बार होती है
हर बार हर दिशा में जीवन को जो जिन्दा रखती है वह सोच जीवन में हर बार होती है जो हमे उम्मीदे और रोशनी  जाती है दिशा को समझ लेती है
कभी कभी अँधेरे से ही जीवन कि नई शुरुआत होती है पर उस दिशा में ही आखिर में सच्ची रोशनी होती है जीवन में इसलिए तो हर दिशा को परख लेने की जरूरत होती है 

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