Saturday 13 February 2016

कविता ४९८. सीधी और टेढी बात

                                                            सीधी और टेढी बात
कुछ चीज जो सीधी होती है जाने क्यूँ उसमे मतलब अलग तो हो जाता है सीधी बातों को समझ लेना जीवन में जरूरी होता है जिसे समझ लेना अहम बात होती है
सीधी चीजे भी कभी कभी उलझी हुई बात होती है जो जीवन में खुशियों की सौगाद देती है सीधी चीजे जीवन की नई शुरुआत होती है
पर अचरज की बात तो यह है की सीधी बात भी लोगों को टेढ़ी नजर आती है जीवन और सोच कि दिशाए बदल जाती है सीधी चीजे भी लोगों को अलग दिखने लगती है
जीवन कि कई बातों मे जीवन कि कहानी नजर आती है जिन्हे समझ लेते है तो जीवन कि दास्तान हर बार बदलती नजर आती है
सीधी चीज को अगर हर बार हम समझ ले तो दुनिया कुछ अलग बन जाती है चीजे तो बदलती रहती है सीधी बाते जीवन को अलग एहसास दिलाती है
सीधी चीज जीवन को बदलती हुई नजर आती है बदलाव ही जीवन कि सच्चाई जिसके कारण हमारी दुनिया बदल जाती है पर जब उसे देखती है
तो दुनिया को सीधी बात हर बार टेढी नजर आती है जीवन कि धारा हमे एहसास नया दे जाती है बातों के बदलते मतलब मे दुनिया बदल जाती है खुशियाँ बदल जाती है
सीधी बाते भी तो दुनिया को कुछ सोच अलग देती है उन्हे बदल लेने कि जीवन मे जरुरत कहाँ होती है जो हमारी दुनिया बदल देती है
सीधी बाते तो जो जीवन को एहसास अलग दे जाती है उन्हे समझ लेने कि जरुरत भी दुनिया को परख लेना जरुरी हर बार बनाती है
सीधी बाते भी जो मजबूत असर जीवन पर कर जाती है उस असर से ही तो दुनिया आगे बढती जाती है जीवन मे कई तरह के एहसास लाती है
और फिर वही सीधी बाते जीवन को बदल देती है तो दुनिया को कुछ अलग नजर आती है उन्हे सच्चाई से देखने कि जगह दुनिया टेढे ढंग से देखने लग जाती है

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