Wednesday 20 January 2016

कविता ४५०. बाते जो कहनी और सुननी है

                                                         बाते जो कहनी और सुननी है 
कई बार तो हम कहते है पर सुनना जब कोई चाहता है तभी बात का मजा जीवन में आता है कहते तो हम हर पल रहते है पर जीवन को समझना आसान नहीं होता है
कभी कभी कुछ बात कहते है तो कभी कभी बातों का एहसास अधूरा रहता है जीवन की धारा में विश्वास अलग सा होता है जिसे समज लेने पर जीवन का एहसास बदलसा जाता है 
कहने की बाते तो जीवन में कई होती है पर सुननेवाले हो तो जीवन में दुनिया रंग सुनहरे देती है जीवन की धारा को परख लेने का मजा कुछ और ही है जो मन को छूता है 
बाते तो जीवन को मतलब कुछ अलग ही देती है बातों के अंदर का एहसास जुदा ही होता है जीवन की धारा में कुछ कहना सुनना पड़ता है जीवन की सोच का मतलब जुदा होता है 
जब हम समजे दूसरे की कही और वह हमारी बात सुने तो जीवन का मजा कुछ अलग होता है जीवन को समझ लेने की जरूरत तभी होती है क्या जब लोगों को समजना आता है 
पर अक्सर उन बातों मे कुछ कहा सुनी भी होती है पर जो बिन झगड़े सुलज जाये वह जीवन का किस्सा हमने कभी नही सुना ऐसा हमे हर पल लगता है 
जीवन के हर मोड़ पर एक दूसरे के साथ कुछ कहना और सुनना जरुरी लगता है जीवन की अलग धारा में जीवन को जीना जरुरी होता है 
हँसकर जीवन को परख ले यह हर पल जरुरी होता है जीवन के सन्नाटे में हँसी के साथ कहा सुनी का भी आना जाना हमेशा रहता है कुछ बाते हमें सुननी है और उन बातों को कहना है 
जिन्हे हम सुनाना चाहते है जीवन की हर धारा में कहा सुनी हमेशा जरुरी लगती है जो जीवन को उम्मीदे देती है जीवन की खुशियाँ उसी से हासिल होती है 
हर आवाज जो दिल से आए वह जीवन में जरुरी होते है वह आवाज ही तो जीवन की वह रेखा है जो जीवन को साँसे देने के लिए जरुरी है 

No comments:

Post a Comment

कविता. ५१५१. अंदाजों को इरादों की।

                               अंदाजों को इरादों की। अंदाजों को इरादों की समझ जज्बात दिलाती है इशारों को लम्हों की कहानी तलाश देकर जाती है अ...