Tuesday 19 January 2016

कविता ४४८. सपने की जरूरत

                                                              सपने की जरूरत
जब जब कोई सपना हमें जीवन दे जाता है जिसे परख लेने से जीवन की धारा को बदलता जाता है सपना तो जीवन की ताकद हर मोड़ पर बन जाता है
पर कभी कभी कोई सपना दूर किसी कोने में रख देना ही मन को अच्छा लगता है क्योंकि वह सपना चुपके से मन को चोट ही देता रहता है
कोई सपना जिसको हम समजे उसे परख लेना जरुरी है जीवन में हर मोड़ पर आगे जाना तो जरुरी होता ही है जब जब हम समजे जीवन को हर बार वह साँसे देता है
कोई सपना उम्मीद भरा तो कोई सपना बिना उम्मीदों के ही जिन्दा रहता है जिसे समज लेते है तो जीवन का अर्थ बदलता है जीवन तो कई रंगों का वह मेला है जो हर पल रंग बदलता है
जब कोई सपना किसी कोने में जिन्दा हो जाता है उसे परख लेना जीवन को नई दिशा दिखाता है जब जब हम समजे जीवन को तो उसमे अलग रंग छुपा होता है
जीवन को हर पल समज लेना जीवन को अलग रंग दे जाता है सपना जो जीवन को मतलब और मकसद देता है उसे समज लेना जीवन में जरुरी लगता है
सपना हर कोने में नई सोच दे जाता है जिन्हे परख लेना जीवन को नये एहसास दे जाता है सपना तो जीवन को हर पल कई सुबह दिखाता है
सपनो के अंदर जीवन कि नई सोच हर बार उम्मीदे दे जाती है जीवन की धारा को समज लेने की जरूरत हर बार मेहसूस होती है क्योंकि जीवन की धारा ही तो सपने को सही गलत तय करती है
सपने ही जीवन को हर बार मतलब दे जाते है क्योंकि सपना ही जीवन को वह कोना देता है जो जीवन को नई उम्मीद दे जाता है सपना अक्सर जीवन को परख लेता है
क्योंकि सपना जीवन की साँसे बनता है सपनों को समज लेना जरुरी होता है क्योंकि सपना ही जीवन की सच्ची जरूरत हर पल हर मोड़ होता है उसका सही होना जरुरी होता है  

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