Saturday 7 November 2015

कविता ३०३. किरणों के अंदर

                                                             किरणों के अंदर
हर किरणों के अंदर जो रोशनी का एहसास होता है क्योंकि हर किरणों के अंदर सात रंगों की साज होती है किरणों के अंदर अल्फाज छुपे से होते है
हम जब किरणों को समज लेते है तो अल्फाज हमें समज लेते है क्योंकि एक किरण जो बस एक रंग दिखाती है वही अंदर हर बार अलग अलग रंग छुपा लेती है
किरणों के अंदर कई रंग जो जीवन को रोशनी देते है उन्हें समज लेना भी जीवन को खुशियाँ देता है जब जब हम जीवन को समज लेते है
तो अलग अलग रंग जीवन कि किरण का हिस्सा होते है एक किरण के अंदर अलग अलग एहसास जीवन को रोशनी देते है
एक किरण के अंदर अलग अलग रंग तो होते है पर उन्हें समज लेना जीवन की जरूरत होती है जीवन का अलग एहसास जो जीवन देता है
एक रंग के अंदर भी तरह तरह रंग छुपे होते है जिन्हे समज लेना जीवन की अहमियत होता है एक रोशनी के अंदर तरह तरह के रंग जो दिखते है
उन रंग के अंदर मतलब छुपे रहते है रंग के अंदर ही एहसास होते है जो जीवन को दिलचस्प लगनेवाले रंगोमें खुशियों का मकसद होता है
जो एक रंग में तरह तरह की बाते छुपी होती है जिन्हे जीवन की अलग अलग एहसास की रोशनी मिलती है एक रोशनी के अंदर अलग सोच होती है
क्योंकि रोशनी ही तो कितने एहसास छुपा लेती है कभी कभी लगता है सूरज की एक किरण ही मन की सोच छुपा लेती है
किरणों को समजो उनमे हर बार दुनिया छुपी होती है उस किरण को समजो जिसमे दुनिया की हर बार अलग अलग खुशियाँ छुपी है 

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