Saturday 28 November 2015

कविता ३४५. बंद मुठ्ठी

                                          बंद मुठ्ठी
चलते चलते हर कदम पर राह नई मिल जाती है मुठ्ठी के अंदर छुपी उम्मीद को हर पल चाह नई  मिल जाती है बंद मुठ्ठी के अंदर एक सोच नया किस्सा देती है
किसी कोने मे छुपे से एहसास मे जीवन को सोच नई दिख जाती है छुपी हुई राह पर जीवन मे एहसास नया जो ले आती है उसी सुबह के इन्तजार मे सोच नई दुनिया दे जाती है
बंद मुठ्ठी मे जीवन कि सोच हमे कहाँ समज आती है उस सोच को अगर परख ले तो जीवन मे ख़ुशियाँ आती है जीवन के हर कदम मे उम्मीदें साँसें दे जाती है
जो छुपी है वही उम्मीद जीवन मे अलग किनारा दे जाती है उम्मीद जो जीवन को मतलब दे जाए वही सोच जीवन को किनारा दे जाती है मुठ्ठी के अंदर अलग एहसास दे जाती है
छुपी हुई सोच जो जीवन को मतलब दे जाती है बंद मुठ्ठी के भीतर नई सोच जीवन को उम्मीद दे जाती है उसे समज लेने कि कोशिश हर बार बड़ी काम आती है
जीवन के अंदर अलग ख़याल होते तो जीवन मे मुस्कान लाते है मुठ्ठी के अंदर नये एहसास ख़ुशियाँ ले आते है उन ख़ुशियों को समज लेने पर जीवन मे उम्मीदें आती है
बंद मुठ्ठी के अंदर जीवन कि धारा मतलब दे जाती है बंद छुपी सी मुठ्ठी मे जीवन के कई राज़ होते है उस मुठ्ठी को खोलने कि भी जीवन मे ज़रूरत होती है
जीवन तो एक छुपा सा ख्वाब होता है जो कई मोड़ मे छुपा सा एहसास देता है जीवन जो चाहत और ख्वाब देता है वही जीवन को विश्वास देता है जो दबी रोशनी से बढ़कर एहसास देता है
जीवन के हर कदम पर जीवन जो साँसें देता है उसे समज लेना जीवन को अलग शुरुआत देता है बंद मुठ्ठी मे जो जीवन का एहसास होता है वह सबकुछ हर बार ख़ास बना देता है
जीवन कि बंद मुठ्ठी मे कुछ ना कुछ राज़ छुपा होता है जो जीवन को हर बार नई किरण और उम्मीद देता है जो बंद मुठ्ठी मे छुपा जीवन का साज़ देता है जो जीवन को हर बार उम्मीद कि सुबह देता है

No comments:

Post a Comment

कविता. ५१४३. आशाओं को बदलावों की।

                         आशाओं को बदलावों की। आशाओं को बदलावों की सरगम सपना सुनाती है इरादों को उम्मीदों की आवाज तलाश दिलाती है जज्बातों को ...