Thursday 8 October 2015

कविता २४३. जीवन की नयी सोच

                                                                     जीवन की नयी सोच
जीवन में हर बार कुछ तो नया लगता है पर जब जीवन के अंदर नया एहसास होता है उस वक्त जीवन का कोई विश्वास सही होता है
क्योंकि हर एहसास अलग होता है जब जब हम जीवन को समजे तो नयी सोच जो हमें जिन्दा रखती है उसका होना ही अलग होता है
जीवन के हर पल में जीवन का आभास होता है नये विचार जब जीवन में रोशनी दे जाते है जीवन के अंदर हर बात का असर गलत होता है
जीवन पर अलग असर हर बार होता है जीवन को समज लेना अक्सर जरुरी होता है जीवन के साथ एहसास अलग होता है
हर अलग अलग तरह की सोच का जीवन पर कुछ तो असर होता है जीवन के अंदर सोच अलग होती है जब जब नया एहसास होता है
पर जीवन के अंदर हर मोड़ पर कुछ तो असर होता है नयी सोच के अंदर अलग असर होता है जीवन के अंदर कोई सोच जरूर जिन्दा होती है
पर हर बार जीवन के भीतर कुछ तो असर होता है जीवन के अंदर हर बार अलग तरह का एहसास हमेशा जिन्दा होता है
जीवन के अंदर हमेशा गलत सोच होती है उसी तरह से सही सोच होती है जीवन के अंदर अलग सोच जीवन को सही दिशा दे जाती है
जीवन के अंदर सही और गलत दोनों चीजों पर नयी सोच का असर हमेशा होता है जीवन को परखे तो जीवन दोनों दिशाए दे जाता है
जीवन में अलग अलग असर जो हमे तरह तरह की दिशाए दे जाता है उन्हें समजना जीवन में आसान हर बार नज़र आता है 

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