Friday 18 September 2015

कविता २०३. वक्त रहते सही दिशा मे जाना

                                         वक्त रहते सही दिशा मे जाना
जब वक्त के रहते अगर हम संभल जाते तो जीवन को हम हर बार सही दिशामे समज पाते है जब हम जीवन को धीरे से समज लेते है तो हर बात को हम फुरसत मे समज पाते है
हर मोड़ पर जब हम जीवन को समज लेते है जीवन के हर राह को हर बार अगर हम जीवन मे सही तरह से समज लेते है तो कई बार कई तरीक़े कि ग़लतियाँ समज लेते है
जीवन के हर राह पर तो बस काटे ही होते है जीवन को हर बार हम परख लेते है जिस राह को हम हर बार समज लेते है वक्त तो अक्सर अलग रंग दिखाता रहता है
उन रंगों को हम जीवन मे सह लेते है हर मोड़ पर हम जीवन को बस इतना ही कहते है कि सही राह दिखाते रहना जब जब हम ग़लत राह से चलते रहते है
वक्त तो अक्सर जीवन के अलग रंग दिखाता है जीवन मे अलग अलग सोच से जीना सिखाता है काश के हम को जीवन के हर बार बातों को समजना आ जाता
पर हमने देखा है लोगों को गलत सोच रखते हुए पर जब सुधरने का मौका आया हर बार हमने यही समज लिया कि सही दिशा मे मुडने का मौका नही आया है
पर हमे जीवन मे बस यही समजना है कि हर मौका जीवन के लिए आता है जीवन मे हर मोड मे अलग सोच का आना होता है जीवन मे अक्सर अलग सोच का आना जाना होता है
पर यह जरुरी है कि जीवन को हम समज ले तो उसका मतलब यह भी होता है सही समय सही दिशा मे जाये तो ही अपना जीवन जन्नत होता है सही दिशा मे होता है
पर हर दिशा मे जीवन का कुछ अर्थ जरूर होता है जिसमे जीवन का नया मतलब होता है जीवन के हर दिशा मे खुशी का आरंभ होता है अगर जीवन को समजे तो सही दिशा मे जाना जरुरी होता है
जीवन के अंदर नई सोच का प्रारंभ होता है जब हम सही तरीके को नही अपना पाते है तो ही जीवन का सही आरंभ होता है जीवन को हर बार जो परखे हमें एक बात समजे उसे सही दिशा मे जाना अहम होता है

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